कैंट थाना प्रभारी विजय बहादुर सिंह ने बताया कि वैभव सिंह पर विभिन्न थानों में मुकदर्म दर्ज है। अपराधियों का संगठित गिरोह भीड़ वाले स्थान पर चैन व मोबाइल स्नेचिंग का काम करता था फिर उसे बेच कर पैसे कमाते थे। गिरोह का सरगना योगेन्द्र यादव है जबकि अन्य सदस्य वैभव सिंह, महेश सेठ, गोलू सोनकर आदि है। गिरोह के सदस्य किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने के बाद विभिन्न हास्टलों में जाकर रहने लगे थे। मौका मिलने पर किसी की बाइक उड़ा देते थे और इस बाइक को हॉस्टल में रख कर घूमते थे। कभी चेकिंग में पुलिस वाले बाइक रोक देते थे तो छात्र का परिचय पत्र दिखा कर बच जाते थे। कैंट पुलिस के अनुसार गिरोह के सदस्यों ने कुछ दिन पहले वरूणा नदी के पास से जेसीबी लोडर मशीन को चुराया था लेकिन उसके कुछ साथी मशीन व चोरी की बाइक के साथ पकड़े गये थे उसी समय से बिहार निवासी व वर्तमान में भुवनेश्वर नगर कॉलोनी में रहने वाला वैभव फरार चल रहा था , जिस पर 25 हजार का इनाम रखा गया था,जो मुखबिरों की सूचना पर अब पकड़ा गया है। पुलिस ने आरोपी के पास से पांच सौ रुपया भी बरामद किया है। इनामी बदमाश को पकडऩे में इनामी बदमाश को पकडऩे में क्राइम ब्रांच प्रभारी विक्रम सिंह,कैंट थाना प्रभारी विजय बहादुर सिंह, अंजनी कुमार मिश्रा, सुधांशु सिंह, पुनदेव सिंह, प्रदीप यादव, सुमंत सिंह रामानंद यादव आदि पुलिसकर्मी शामिल थे।