अन्नपूर्णा मंदिर के सामने दीवार नहीं छह फीट चौड़ा गेट लगेगा कमिश्नर दीपक अग्रवाल और महंत के बीच हुई वार्ता में तय किया गया कि अन्नपूर्णा मंदिर के सामने चहारदीवारी नहीं बनेगी बल्कि उसकी जगह महंत पुरी की मांग के तहत छह फीट चौड़ा गेट लगेगा ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत न हो।
ये भी पढें- काशी विश्वनाथ धाम-अन्नपूर्णा मंदिर के बीच दीवार विवाद में अब प्रधानमंत्री मोदी से ही उम्मीद महंत पुरी की बातें अन्नपूर्णा मन्दिर के ठीक सामने विश्वनाथ धाम की बाउंड्री बनाई जा रही थी जिसका काम अन्नपूर्णा मन्दिर के महंत ने मौके पर पहुंच कर बंद करवा दिए था। उनका कहना था कि रास्ता चौड़ा होगा तो दोनों ही मंदिरों में आने वाले भक्तो को आराम से प्रवेश- निकास मिलेगा। उसी मामले को देखते हुए रविवार देर शाम कमिश्नर और मुख्य कार्यपालक अन्नपूर्णा मन्दिर पहुचे महन्त जी से मुलाकात की फिर महन्त जी को लेकर मौके पर गये पूरा निरक्षण किया लगभग 30 मिनट वार्तालाप के बाद सहमति बनी जिस पर महन्त ने कहा कि मेरा कभी विश्वनाथ धाम या विकास कार्य का विरोध नही रहा है, न आगे रहेगा बस भक्तो को देखते हुये प्रशासन को ध्यान दिलवाया गया था।
महंत ने पूर्व में बनी सहमति का मुद्दा भी उठाया वार्ता के दौरान महंत पुरी ने कमिश्नर और विश्वनाथ मंदिर के सीईओ सुनील वर्मा के समक्ष पूर्व में हुए समझौते का उल्लेख भी किया। उन्हें बताया कि चहारदीवारी बनाने से पहले ही यह तय हो चुका था कि अन्नपूर्णा मंदिर के सामने चहारदीवारी नहीं बल्कि गेट लगेगा। लेकिन स्थानीय अधिकारियों उस समझौते को भुला कर चुप्पी साध ली।
कलेक्टर ने कहा था, मंदिर से सटी दुकानें देने का पूर्व महंत ने किया था वादा कमिश्नर व महंत के बीच की वार्ता के दौरान कलेक्टर की उस बयान का उल्लेख भी हुआ जिसमें कलेक्टर ने कहा था कि पूर्व महंत ने मंदिर से सटी दुकानें देने का वादा किया था। वो दुकान देते हैं तो गेट पर विचार किया जाएगा। लेकिन महंत ने प्रशासन की सारी बातों को नकार दिया था।
अन्नपूर्णा मंदिर प्रशासन की ओर से आज 12.30 बजे पीएमओ को दिया जाना था पत्रक बता दें कि पत्रिका ने रविवार को मंदिर प्रशासन सूत्रों के हवाले से खबर, “काशी विश्वनाथ धाम-अन्नपूर्णा मंदिर के बीच दीवार विवाद में अब प्रधानमंत्री मोदी से ही उम्मीद” शीर्षक से खबर चलाई थी। इस खबर में बताया गया था कि मंदिर प्रशासन सोमवार को पीएमओ को अपनी मांग के संबंध में पीएमओ को पत्रक सौंपेगा। इस खबर के बाद ही कमिश्नर दीपक अग्रवाल अन्नपूर्णा मंदिर पहुंचे थे।
ढुंढिराज गणेश के समीप बदलेगी गेट की दिशा कमिश्नर व महंत के बीच हुई वार्ता में तय हुआ कि ढुंढिराज गणेश मंदिर के पास पूरब-पश्चिम दिशा वाले पूर्व प्रस्तावित गेट की जगह अन्नपूर्णा मंदिर के सामने उत्तर-दक्षिण दिशा में छह फीट चौड़ा गेट लगेगा। इसके बाद महंत पुरी ने कहा कि प्रवेश द्वार पर दोनों पक्ष राजी हैं। उन्होंने इसके लिए कमिश्नर को धन्यवाद भी दिया साथ ही ये भरोसा दिलाया कि अन्नपूर्णा मंदिर प्रशासन हमेशा विश्वनाथ मंदिर प्रशासन को सहयोग करता रहेगा।
अन्नपूर्णा मंदिर के सामने ही बनेगा गेट
कमिश्नर अग्रवाल ने मीडिया से कहा कि अब ढुंढिराज गणेश मंदिर के पास नहीं बल्कि अन्नपूर्णा मंदिर के सामने गेट लगेगा। साथ ही अन्य आस-पास के क्षेत्र में दीवार खड़ी करने का काम जारी रहेगा।