परिसर में सुबह से ही छात्रों के दो गुट का आंदोलन जारी है। छात्रों के एक गुट ने संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में डा.फिरोज खान की नियुक्ति को लेकर फिर से विरोध शुरू कर दिया है, जबकि दूसरे गुट ने बीती रात पुलिस से हुए विवाद में एसआई पर मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहा था। दूसरे गुट के छात्रों ने दरोगा पर कार्रवाई की मांग को लेकर मुख्य द्वार बंद कर धरना देना शुरू कर दिया। छात्रों ने दरोगा प्रकाश सिंह पर एफआईआर दर्ज करने, तत्काल गिरफ्तार करने, सीर गेट से पुलिस चौकी को हटाने, सेंट्रल ऑफिस के पास से पीएससी कैंप हटाने, विश्वविद्यालय के छात्र व छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने, लंका पर रेहड़ी-पटरी दुकानदार का उत्पीडऩ बंद करने व रेहड़ी-पटरी कानून 2014 को लागू करने की मांग कर रहे हैं।
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बीएचयू के कुछ छात्रों का छित्तपुर इलाके में कुछ युवकों से विवाद हो गया था जिसके बाद दोनों पक्षों में मारपीट हो गयी थी। छात्रों का आरोप है कि मौके पर आयी लंका पुलिस ने लाठी से दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था। इस घटनों के बाद छात्र आक्रोशित हो गये थे और रात में ही लंका थाने का घेराव कर दिया था। बाद में एसपी सिटी दिनेश सिंह ने दरोगा को निलंबित कर दिया था इसके बाद भी छात्रों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है और वह अपना आंदोलन तेज कर दिया है।
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