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बीजेपी व सुभासपा के रिश्ते जब खराब थे तो उस समय बीजेपी मंत्री अनिल राजभर ने ही ओमप्रकाश राजभर को चुनौती दी थी। इसके बाद ओमप्रकाश राजभर ने अनिल राजभर के गढ़ में बड़ी रैली करके पलटवार किया था। अनिल राजभर व ओमप्रकाश राजभर की बीच लंबे समय से राजभरों का सबसे बड़ा नेता बनने की लड़ाई चल रही है।
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बीजेपी राजभर वोटरों को अपने पाले में करने के लिए कई काम किये हैं। पीएम नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा चुनाव 2019 से पहले दिसम्बर में गाजीपुर में महाराजा सुहेलदेव के नाम से डाक टिकट जारी किया था। पीएम मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में रेलमंत्री रहे मनोज सिन्हा ने गाजीपुर से आनंद विहार टर्मिनल तक सुहेलदेव सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन चलायी थी। बीजेपी ने राजभर समाज की सत्ता में हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए घोसी सदर सीट से विजय राजभर को प्रत्याशी बनाया है। उपचुनाव के लिए मतदान हो चुके हैं और रिजल्ट 24 अक्टूबर को आयेगा। इसके पहले ही बीजेपी ने अनिल राजभर को बड़ी भूमिका देकर साफ कर दिया है कि अब सुभासपा से भविष्य में गठजोड़ की संभावना नहीं है। बीजेपी अनिल राजभर को ही आगे रख कर राजभर वोटरों को साधेगी।
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