पांच बार विधायक रहे हैं अजय राय अजय राय उत्तर प्रदेश से पांच बार विधायक रहे हैं, जिन्होंने अपना राजनीतिक करियर भारतीय जनता पार्टी की छात्र शाखा के सदस्य के रूप में शुरू किया था। राय भूमिहार समुदाय से हैं और ब्राह्मणों तथा भूमिहारों में उनके काफी अनुयायी हैं। उन्होंने 1996 से 2007 के बीच बीजेपी के टिकट पर लगातार तीन बार कोलासाला निर्वाचन क्षेत्र से यूपी विधानसभा चुनाव जीता। 2009 में बीजेपी द्वारा उन्हें लोकसभा टिकट देने से इनकार करने के बाद, राय समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए और मुरली मनोहर जोशी के खिलाफ चुनाव लड़ा, लेकिन असफल रहे।
उसी वर्ष, उन्होंने कोलासला निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय के रूप में उपचुनाव लड़ा और फिर से राज्य विधानसभा के लिए नामांकित हुए। इस निर्वाचन क्षेत्र के परिसीमन के बाद, राय ने 2012 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर वाराणसी जिले के पिंडरा निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की। इसके बाद 2017 के राज्य चुनावों में, वह भाजपा के अवधेश सिंह से सीट हार गए ।
2012 में यूं हुई थी कांग्रेस पार्टी में एंट्री अजय राय अब तक पांच बार के विधायक रह चुके हैं। 2012 में उनकी कांग्रेस में तब एंट्री हुई थी जब दिग्विजय सिंह यूपी के प्रभारी और कांग्रेस महासचिव थे। उन्होंने अजय राय के पार्टी में प्रवेश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने 2012 के विधानसभा उपचुनाव में वाराणसी की पिंडरा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और इस तरह वह पांचवीं बार विधायक बने।
यह भी पढ़ेंः कांग्रेस नेता अजय राय ने दिया विवादित बयान, जो किसी महिला सांसद के लिए नहीं है शोभनीय कांग्रेस नेतृत्व को है उन पर भरोसा अजय राय 2017 और 2022 में विधानसभा चुनाव जीतने में नाकाम रहे, लेकिन वह सालों से कांग्रेस में महत्वपूर्ण संगठनात्मक जिम्मेदारियां निभा रहे हैं। कांग्रेस नेतृत्व के उन पर भरोसे का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि हाल ही में महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा राज्य इकाई के फेरबदल में, उन्हें प्रयागराज क्षेत्र के लिए पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया, जिसमें पूर्वी यूपी के लगभग 12 जिलों की जिम्मेदारी उन्हीं पर है।