प्राइवेट कम्पनी में बतौर इलेक्ट्रिशियन काम कर रहे व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत, परिजनों ने खड़े किए सवा
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक का कहना है कि यूपी के लोगों को कोई परेशानी ना हो इसलिए ऐसा कदम उठाया जा रहा है । प्रदेश के सरकारी अस्पतालों जो दवाएं उपलब्ध ना हो उसकी व्यवस्था कराई जा रही है । दवाईयां अस्पतालों द्वारा स्थानीय स्तर पर खरीद कर प्राप्त की जानी चाहिए। दवाओं की स्थानीय खरीद के लिए सरकार अस्पतालों को बजट आवंटित कर रही है। मरीजों की कल्याणकारी योजनाओं के लिए बजट की कोई कमी नहीं है।डिप्टी सीएम बृजेश पाठक का कहना है कि रिटायर्ड डॉक्टरों को नियुक्त करने से दो तरह से मदद मिलेगी। पहला उनके अनुभव से रोगियों को मदद मिलेगी, विशेष रूप से पुरानी बीमारियों के निदान में और दूसरा, डॉक्टरों की उपलब्धता में वृद्धि होगी।