दिल्ली के करोलबाग का जौहरी साहिल मलिक अपनी मां प्रेरणा मलिक के साथ सोमवार को दिल्ली से वाराणसी दर्शन करने आया था। दोनों रात करीब 1:00 बजे भेलूपुर स्थित होटल में रुके। फांसी लगाने से पहले साहिल ने मां को नींद की ओवरडोज दवा दे दी थी। जब मां गहरी नींद में सो रही थी तभी साहिल ने मां के दुपट्टे का फंदा बनाया, कुर्सी को बिस्तर पर रखा और आत्महत्या कर ली। नींद की दवा का ओवरडोज होने की वजह से उसी बिस्तर पर मां बेसुध सो रही थी।
नींद खुलने पर मां ने होटल में बताया
प्रेरणा मलिक की सुबह 6:00 बजे नींद खुली तो अपने बेटे को पंखे से लटकते हुए पायी। किसी तरह लड़खड़ाते हुए रिसेप्सन पर पंहुची। वहां उन्होंने उपर की ओर इशारा किया। जिसके बाद होटल कर्मचारी 204 रूम नंबर में पंहुचे जहां उन्होंने देखा की साहिल पंखे से लटका हुआ है।
पुलिस ने क्या कहा?
होटल कर्मचारी ने आनन-फानन में पुलिस को जानकारी दी। मौके पर पंहुची पुलिस ने प्रेरणा मलिक से पूछताछ की जिसके बाद भेलूपुर के थाना प्रभारी विजय शुक्ला ने बताया कि करोल बाग थाने के पास साहिल मलिक का ज्वेलरी की दुकान है। वहां उन्होंने 40 से 50 लख रुपए का कर्ज ले रखा था। साहिल की मां से पूछताछ में यह भी पता चला कि मंगलवार की देर रात दिल्ली से वाराणसी पहुंचे थे जहां उन्होंने ई रिक्शा वाले से रात में ही दर्शन करने को बोला था। जब ई रिक्शावाले ने कहा कि अब तक मंदिर बंद हो चुका होगा तो साहिल ने दर्शन करने की जिद की और कहा कि बाहर से दर्शन कर लेंगे। साहिल ने होटल में दी थी नकली पहचान
पुलिस के जांच पड़ताल में पता चला कि साहिल मलिक, गौरव शर्मा के नाम से फर्जी नाम पता आईडी देकर होटल बुक किया था। करीब रात 2 बजे साहिल, मां को होटल रूम में छोड़कर बाहर गया था। थोड़ी देर बाद चाय पी कर वापस आया। उसके बाद मां को नींद का ओवरडोज दवा देकर सुला दिया।