रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष ने बताया कि वर्ष 2019 में कुंभ था, तब प्रमुख स्नान पर्वों पर रेलवे ने 530 स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया था। वर्ष 2025 में महाकुम्भ है, इसमें कुंभ से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है इसलिए तैयारियां भी अधिक की जा रही हैं। इस बार प्रमुख दिशाओं के लिए 900 ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। अगर जरूरत पड़ी तो इससे अधिक ट्रेनों का भी संचालन हो सकता है। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ के ठीक पहले रेलवे अपना काम पूरा कर लेगा। प्रयागराज जंक्शन पर चल रहे निर्माण कार्य के संबंध में सीआरबी ने कहा कि इसका एक हिस्सा महाकुम्भ के पहले पूरा हो जाएगा, जबकि पूरा काम होने में लगभग दो साल का वक्त लगेगा। उन्होंने बताया कि प्रयागराज में निर्माणाधीन आरओबी और आरयूबी तथा रेलवे स्टेशनों के विस्तार से शहर को स्थायी लाभ होगा। इस दौरान जीएम उत्तर मध्य रेलवे उपेंद्र चंद्र जोशी, जीएम एनआर शोभन चौधुरी, जीएम एनईआर सौम्या माथुर, डीआरएम प्रयागराज मंडल हिमांशु बडोनी, डीआरएम लखनऊ मंडल सचिंद्र मोहन शर्मा, डीआरएम वाराणसी मंडल वीके श्रीवास्तव, सीपीआरओ एनसीआर शशिकांत त्रिपाठी, सीपीआरओ उत्तर रेलवे हिमांशु शेखर उपाध्याय आदि मौजूद रहे।
Railway news: पिछले दिनों कानपुर में हुई दुर्घटना, नवाबगंज में वंदेभारत एक्सप्रेस के आगे ट्रैक पर पेट्रोमैक्स रखने जैसी घटना पर जब सीआरबी से सवाल पूछा गया तो चेयरमैन ने कहा कि सभी मामलों में कार्रवाई की जा रही है। महाकुम्भ के दौरान ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाने की तो हमारी पुलिस, जीआरपी और रेलवे की सुरक्षा एजेंसियों को अलग से सुरक्षा के लिए लगाया जाएगा। जो लगातार पेट्रोलिंग करेंगी।