पिछली सरकार में यूपी से मोदी कैबिनेट में 12 मंत्री थे, उनमें से 7 मंत्री चुनाव हार गए। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस बार भी मोदी कैबिनेट में यूपी के सबसे सांसदों को मंत्री की शपथ दिलाई जाएगी।
इन नेताओं को मोदी मंत्रिमंडल में मिल सकती है जगह
मोदी 3.0 मंत्रिमंडल में यूपी से जिन चेहरों को जगह मिल सकती है, उनमें राजनाथ सिंह, जितिन प्रसाद, जयंत चौधरी, रालोद (RLD) अध्यक्ष जयंत चौधरी, अपना दल अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल, पंकज चौधरी, कमलेश पासवान और एसपी सिंह बघेल को मौका मिला है। इसके अलावा पिछली बार राज्यसभा कोटे से मंत्री बने बीएल वर्मा को भी इस बार मौका मिल रहा है।
राजनाथ सिंहः राजनाथ सिंह बीजेपी के दिग्गज नेता हैं। वह पिछली कैबिनेट में केंद्रीय रक्षा मंत्री रहे हैं। इसके अलावा 2005 से लेकर 2009 और 2013 से 2014 तक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं। राजनाथ सिंह का मंत्री बनना लगभग तय है।
कमलेश पासवानः कमलेश पासवान गोरखपुर से सटी बांसगांव लोकसभा सीट से 4 बार के सांसद हैं। उन्होंने पिछले तीन चुनावों में कमल खिलाया है। ऐसे में इस बार उन्हें मोदी कैबिनेट में जगह मिल रही है।
एसपी सिंह बघेलः सत्यपाल सिंह बघेल आगरा सीट से जीतकर संसद पहुंचे हैं। उन्होंने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को 2.71 लाख वोटों से हराया है। हाल ही में मोदी सरकार में कानून और स्वास्थ्य राज्य मंत्री रहे हैं। एसपी सिंह बघेल दलित समुदाय से आते हैं। ऐसे में एक बार फिर उन्हें मोदी मंत्रिमंडल में मिली है।
जितिन प्रसादः जितिन प्रसाद के पिता कांग्रेस के कद्दावर नेता थे। जितिन खुद भी कांग्रेस में रह चुके हैं। मनमोहन सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं। जितिन प्रसाद को सियासी समीकरण साधने के लिए मोदी सरकार में मंत्री पद दिया जा रहा है।
पंकज चौधरीः मोदी सरकार में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी महाराजगंज से सांसद चुने गए हैं। वह 7वीं बार सांसद बने हैं। वह 2009 में सिर्फ एक बार हारे थे। पंकज OBC समुदाय से हैं। महाराजगंज में उनकी पकड़ मजबूत है। ऐसे में उनका मंत्री बनना तय माना जा रहा है।
बीएल वर्माः बदायूं के रहने वाले बीएल वर्मा की दावेदारी मजबूत है। वह अमित शाह के सहकारिता मंत्रालय में राज्यमंत्री रहे हैं। साल 2019 की नरेंद्र मोदी सरकार में बीएल वर्मा को उत्तर पूर्वी क्षेत्र के विकास और सहकारिता मंत्रालय में राज्यमंत्री बनाया गया था। अब नरेंद्र मोदी की शपथ के बाद मंत्रिपरिषद की शपथ होनी है। बीएल वर्मा भी दिल्ली पहुंच गए हैं।
जयंत चौधरीः लोकसभा चुनाव के ठीक पहले रालोद (RLD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी NDA में शामिल हुए थे। रालोद (RLD) के दोनों प्रत्याशी चुनाव भी जीत गए हैं। जयंत चौधरी किसान बाहुल्य इलाके से आते हैं। इस बार भाजपा के जाट फेस और कैबिनेट मंत्री संजीव बालियान चुनाव हार गए। जयंत भी जाट हैं, ऐसे में भाजपा इस समुदाय को साधने का मौका नहीं गंवाना चाहेगी। जयंत चौधरी को मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है।
अनुप्रिया पटेलः बीजेपी के समर्थक दल अपना दल (एस) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने मिर्जापुर सीट पर जीत की हैट्रिक लगाई है। दोनों बार मोदी सरकार में मंत्री रहीं हैं। इस बार उनकी पार्टी एक ही सीट जीत सकी। हालांकि, भाजपा अपने दम पर पूर्ण बहुमत हासिल नहीं कर सकी है, इसलिए इनका मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है।