लैंगिक समानता सुनिश्चित की जाए
राष्ट्रीय बालिका दिवस लड़कियों के सशक्तिकरण और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह हमें याद दिलाता है कि समाज में लैंगिक समानता सुनिश्चित करने और लड़कियों को समान अवसर देने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना चाहिए। इस आयोजन की मुख्य अतिथि उपाध्यक्ष महिला आयोग चारु चौधरी थीं।
मूक-बधिर छात्राओं की प्रस्तुति
कार्यक्रम की मुख्य संरक्षक कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय रहीं। कार्यक्रम की शुरुआत में विभाग के बच्चों के द्वारा विभिन्न सशक्ति महिलाओं (रानी लक्ष्मीबाई,ज्योतिबा फुले,अहिल्या बाई होलकर और सरोजनी नायडू आदि) का वेश भूषा धारण कर अपनी प्रस्तुति करते हुए अतिथियों का स्वागत किया।इस कार्यक्रम में कस्तूरबा आवासीय विद्यालय खोराबार ब्लॉक से आई हुई छात्राएं भी उपस्थित थी जिनमें से कुछ बालिकाएं मूक-बधिर थी जिनके द्वारा सांकेतिक भाषा में जन गण मन की प्रस्तुति दीं।
अंग वस्त्र, मोमेंटो देकर अतिथियों का स्वागत
कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया गया।सभी अतिथियों का स्वागत गृह विज्ञान विभाग की अध्यक्ष प्रो दिव्या रानी सिंह द्वारा किया गया।उन्होंने अतिथियों का स्वागत अंग वस्त्र व मोमेंटो देकर किया। इस कार्यक्रम की कोर्डिनेटर प्रो दिव्या रानी सिंह , विभाग अध्यक्ष ,गृह विज्ञान विभाग थीं।
चारु चौधरी (उपाध्यक्ष), महिला आयोग
महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारु चौधरी ने वर्तमान समाज व परिवार पर बालिकाओं में होने वाली भेदभाव पर विस्तार चर्चा की व इसको रोकथाम हेतु विस्तृत सुझाव दिया। कार्यक्रम की संरक्षक कुलपति द्वारा अपने उद्बोधन में बालिकाओं के लिए चल रही विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया उन्होंने महिला अध्यन केंद्र के अंतर्गत विश्वविद्यालय में चलाई जा रही बालिकाओं के लिया विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला जिसमें बालिका सम्मृधि योजना, बालिका शिक्षा एवं बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए चलाई जाने वाली कौशल विकास से संबंधित पाठ्यक्रम के बारे में बताया |
इनकी रही उपस्थिति
इस कार्यक्रम में गृह विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. दिव्या रानी सिंह, डॉ अनुपमा कौशिक , डॉ नीता सिंह , शोध छात्राएं, एवं विभाग की छात्राएं भी उपस्थित रहीं।