7 अक्टूबर से फिर शुरू हो रहा बारिश का दौर: IMD का पूरा अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में देश के कई हिस्सों में बारिश की गतिविधियों के बढ़ने की भविष्यवाणी की है। मानसून की विदाई के बावजूद, मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर के राज्यों में भारी बारिश हो सकती है। दुर्गा पूजा के दौरान भी बारिश का खलल पड़ने की संभावना है।
उत्तर भारत में बारिश की गतिविधियां
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 7 अक्टूबर से लेकर अगले कुछ दिनों तक बारिश जारी रहने का अनुमान है। सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, मेरठ और फतेहपुर सहित अन्य क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। हवाएं 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं। इसके अलावा, पूर्वांचल के भी कई जिलों में बारिश होने के आसार हैं। पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश का अलर्ट
पूर्वोत्तर राज्यों में अरुणाचल प्रदेश, असम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 7 से 9 अक्टूबर के दौरान भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है, क्योंकि लगातार हो रही बारिश से बाढ़ और जलजमाव जैसी स्थिति पैदा हो सकती है।
बिहार और पश्चिम बंगाल में भी बारिश
पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने बिहार के कई जिलों में बारिश की संभावना जताई है। बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, पटना, गोपालगंज, सीवान, सारण, नालंदा और गया जैसे जिलों में अगले कुछ दिनों तक बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा, पश्चिम बंगाल के कोलकाता समेत दक्षिण बंगाल के कई हिस्सों में भी गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। दुर्गा पूजा पर बारिश का खलल
इस बार दुर्गा पूजा के दौरान बारिश का असर देखने को मिल सकता है, खासकर पश्चिम बंगाल और बिहार में। दुर्गा पूजा के आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन बारिश के चलते पंडालों में भीगने और आयोजन में खलल पड़ने की संभावना है। कोलकाता समेत दक्षिण बंगाल में 24 घंटों के भीतर बारिश की भविष्यवाणी की गई है। दुर्गा पूजा के दौरान आने वाले भक्तों को इस बारिश के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
क्या करें सावधानियां?
मौसम विभाग ने भारी बारिश के मद्देनजर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। खासकर पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में रहने वाले लोगों को सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि इन क्षेत्रों में बाढ़ और जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। साथ ही, बारिश के दौरान बिजली के उपकरणों का सावधानीपूर्वक उपयोग करें और खुले स्थानों पर न रहें।