उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
दयाशंकर सिंह ने कहा कि त्योहारों के दौरान यात्रियों को बसों की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। रोडवेज के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने बताया कि दीपावली और छठ महापर्व के दौरान लोगों का आवागमन बढ़ जाता है, खासकर दिल्ली, पूर्वांचल, लखनऊ, कानपुर और वाराणसी जैसे प्रमुख शहरों में। इसी कारण इन मार्गों पर चार हजार अतिरिक्त बसों का संचालन किया जाएगा।
मुख्य मार्गों पर सीधी बस सेवाएं
इन अतिरिक्त बसों का संचालन खासकर दिल्ली से लखनऊ, अयोध्या, कानपुर और वाराणसी जैसे महत्वपूर्ण मार्गों पर किया जाएगा। त्योहारों के दौरान घर लौटने वाले यात्रियों की सुविधा को देखते हुए इस बार रोडवेज ने बड़े पैमाने पर तैयारी की है। सरवर ने बताया कि दिल्ली-लखनऊ और दिल्ली-कानपुर मार्ग पर सबसे ज्यादा बसें चलाई जाएंगी, क्योंकि इन मार्गों पर यात्री संख्या सबसे अधिक होती है। रोडवेज की सभी बसों को पूरी क्षमता के साथ ऑन-रोड रखा जाएगा, जिसमें अनुबंधित बसें भी शामिल हैं। प्रबंध निदेशक ने कहा कि सभी 20 रीजन के क्षेत्रीय प्रबंधकों को बसों की मरम्मत और मेंटेनेंस के निर्देश दिए गए हैं ताकि यात्रियों को बीच रास्ते में कोई परेशानी न हो।
बसों का मेंटेनेंस और सुरक्षा प्रोटोकॉल
सभी बसों का सही तरीके से मेंटेनेंस सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। बसों की मरम्मत कार्यशालाओं में की जाएगी ताकि त्योहारों के दौरान कोई भी बस खराब न हो और यात्री बिना किसी दिक्कत के सफर कर सकें। इसके अलावा सभी ड्राइवरों और कंडक्टरों का ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट किया जाएगा ताकि उनकी फिटनेस की जांच हो सके और यात्रा सुरक्षित हो। सभी क्षेत्रीय अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी गई है ताकि हर कोई अपनी ड्यूटी पर मौजूद रहे। अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी रोस्टर प्रणाली से तय की जाएगी ताकि बसों का संचालन निर्बाध रूप से किया जा सके।
ड्राइवर-कंडक्टर के लिए विशेष प्रोत्साहन राशि
परिवहन राज्यमंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि 29 अक्टूबर से 10 नवम्बर तक बसों के संचालन के लिए ड्राइवर और कंडक्टरों को विशेष प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। संविदा और आउटसोर्सिंग पर नियुक्त ड्राइवर-कंडक्टरों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा। यदि कोई ड्राइवर या कंडक्टर इस अवधि में न्यूनतम 12 दिन काम करता है और हर दिन 300 किलोमीटर की यात्रा सुनिश्चित करता है, तो उसे प्रतिदिन 350 रुपये अतिरिक्त दिए जाएंगे। इस प्रकार उन्हें एकमुश्त ₹4200 की विशेष प्रोत्साहन राशि मिलेगी। यह योजना ड्राइवर और कंडक्टरों को प्रेरित करने के लिए शुरू की गई है ताकि त्योहारों के दौरान अधिकतम बसें संचालित हो सकें और यात्रियों को कोई समस्या न हो।
त्योहारों के लिए पूरी क्षमता पर संचालन
UPSRTC ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी बसें, विशेष रूप से अनुबंधित बसें, त्योहारों के दौरान पूरी क्षमता से चलाई जाएं। दिल्ली से पूर्वांचल और अन्य प्रमुख मार्गों पर यात्रियों की बड़ी संख्या को देखते हुए रोडवेज ने तैयारी पूरी कर ली है। यदि मांग बढ़ती है, तो और अधिक बसें भी उपलब्ध कराई जाएंगी ताकि यात्री बिना किसी परेशानी के अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।
छुट्टियों पर रोक और आपातकालीन प्रोटोकॉल
यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए रोडवेज ने अपने अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी है। सभी कार्यशालाओं को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी समय बसों की मरम्मत की जा सके। विशेष आपातकालीन प्रोटोकॉल भी बनाए गए हैं ताकि किसी भी अनहोनी स्थिति में तत्काल समाधान किया जा सके।
सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता
प्रबंध निदेशक ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है, इसलिए सभी ड्राइवरों का ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट किया जाएगा। यह टेस्ट रोजाना सुनिश्चित किया जाएगा ताकि सभी ड्राइवर फिट और सुरक्षित तरीके से बसों का संचालन कर सकें। त्योहारों के इस सीजन में 4,000 अतिरिक्त बसों का संचालन यात्रियों के लिए बड़ी राहत साबित होगा। रोडवेज की यह पहल यात्रियों की यात्रा को न केवल आसान बल्कि सुरक्षित बनाने की भी दिशा में एक अहम कदम है।