जाने कैसे शुरू हुआ शोषण
पीजीआई थाना क्षेत्र के नीलमथा स्थित पटेल नगर में अपने पति और बच्चों के साथ रहने वाली पीड़िता ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि आरोपी जितेंद्र शर्मा उर्फ अर्जुन, जो कि ई-रिक्शा चालक है, उसे अक्सर जरूरत पड़ने पर अपने ई-रिक्शे में ले जाता था। 2021 के नवंबर महीने में, जब पीड़िता के घर पर कोई नहीं था, आरोपी जितेंद्र ने पीड़िता के घर आकर चाय पीने की इच्छा जताई। जब पीड़िता ने चाय बनाकर दी, तो जितेंद्र ने उसे भी चाय पीने का आग्रह किया। पीड़िता को बिना किसी शक के अपनी गिलास की चाय निकाल के पीने का आग्रह किया, जबकि पीड़िता के चाय पिने से पहले ही आरोपी ने उसमें नशीला पदार्थ मिला दिया था, जिससे वह बेहोश हो गई।
बेहोशी की हालत में आरोपी ने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया और उसकी अश्लील वीडियो बना ली। इस घटना के बाद आरोपी लगातार वीडियो वायरल करने की धमकी देता रहा और पीड़िता से जबरन शारीरिक संबंध बनाता रहा। आरोपी ने पीड़िता के पति और बच्चों को जान से मारने की भी धमकी दी, जिससे डरकर पीड़िता चुप रही। इस दौरान तीन सालों तक आरोपी पीड़िता का शोषण करता रहा और उसे मानसिक और शारीरिक यातनाएं देता रहा।
पुलिस में दर्ज करवाई शिकायत
आरोपी की धमकियों और अत्याचारों से तंग आकर, अंततः पीड़िता ने हिम्मत जुटाई और पीजीआई थाने में तहरीर दी। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और बुधवार की शाम आरोपी जितेंद्र शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी की तलाश जारी है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर से महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों के बीच यह मामला एक भयानक उदाहरण है कि किस तरह अपराधी बिना डर के अपराध को अंजाम देते हैं और पीड़ितों को वर्षों तक ब्लैकमेल करते रहते हैं। इस मामले में पुलिस की तत्परता से कार्रवाई एक सकारात्मक कदम है, लेकिन यह सवाल उठता है कि समाज में ऐसे अपराधियों के खिलाफ कड़ी सजा और सख्त कानून की आवश्यकता कितनी है।