मगरवारा गंगा घाट रेलवे स्टेशन के बीच की घटना लखनऊ से मुंबई जा रही सुपर फास्ट पुष्पक एक्सप्रेस उन्नाव में रुकने के बाद मगरवारा होते हुए कानपुर की ओर बढ़ती चली जा रही थी। गंगा छमक नाली के नाम से बनी पुलिया के आगे पटरी पर चालक को कुछ दिखाई पड़ा उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर गाड़ी को रोकने का प्रयास किया। लेकिन तब तक पटरी पर रखी गई मोटरसाइकिल के परखच्चे उड़ गए। पुष्पक के चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर गाड़ी को रोका। इसी बीच इमरजेंसी ब्रेक लगने से दहशत में आए यात्रियों भी गाड़ी से नीचे उतर गए। लगभग 15 मिनट गाड़ी मौके पर खड़ी रही। इस बीच चालक ने घटना की जानकारी कंट्रोल रूम को दी और रेल पटरी पर से मोटरसाइकिल के टुकड़े हटाकर किनारे रखा और कानपुर की ओर चल दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची राजकीय रेलवे पुलिस ने बाइक को कब्जे में लेकर गंगाघाट कोतवाली पुलिस के सुपुर्द किया मौके पर कोतवाली पुलिस भी पहुंची।
गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र की मोटरसाइकिल मौके पर मिली बिना नंबर की मोटरसाइकिल के मालिक का पता करने के लिए चेचिस नंबर से ट्रेस किया गया। आसपास के लोगों से भी बातचीत की गई। मोटरसाइकिल के विषय में जानकारी करने पर पुलिस को पता लगा की गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के रश्मि लोक नेतुआ निवासी ब्रह्म शंकर कुशवाहा की गाड़ी है। जो विगत 28 जुलाई को चोरी हो गई थी। क्षेत्राधिकारी जीआरपी के के शुक्ला ने बताया कि घटना संदिग्ध है और मामले की जांच की जा रही है।जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। पुष्पक जैसी सुपरफास्ट गाड़ी को डिरेल करने की खबर ने एक बार फिर लखनऊ कानपुर रेल मार्ग को संदिग्धता के घेरे में ला दिया है। इसके पूर्व भी लोहे की पत्ती डालकर ट्रेन को डिटेल करने का प्रयास किया गया था। लेकिन बड़ी घटना होने से बच गई थी।