उत्तर प्रदेश के उन्नाव में जिलाधिकारी ने कहा कि महाकुंभ के दौरान प्रमुख स्नान पौष पूर्णिमा, मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी, माघी पूर्णिमा, महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर होंगे। इस दिन लाखों की संख्या में भक्तों के संगम में आस्था की डुबकी लगाने की संभावना है। इस संबंध में शासन ने गाइडलाइन जारी की है। जिसका अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। इन पर्वों के तीन दिन पूर्व सभी उद्योगों में सूखे कार्यों को छोड़कर अन्य उत्पादन प्रक्रियाएं बंद रहेंगी।
ग्रामीण क्षेत्र के लिए भी दिए गए निर्देश
डीएम ने कहा कि महाकुंभ के दौरान गंगा नदी में गिरने वाले अनटैप्ड नालों पर बायोरिमेडियेशन की कार्रवाई की जाए। ग्रामीण क्षेत्र से भी प्रदूषित जल या प्रदूषित पदार्थ गंगा नदी में न जाने पाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अधिकारी और जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति के अन्य अधिकारियों को भी गंगा नदी जल की अविरलता एवं निर्मलता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रेम प्रकाश मीणा, सिटी मजिस्ट्रेट राजीव राज, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड रोहित सिंह, एसपी प्रेमचंद सहित औद्योगिक इकाइयों के स्वामी और प्रतिनिधि मौजूद थे