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होंगे कामयाब: सर्वे हुआ तो कोरोना के तीन मरीज मिल गए, अब लोग निभा रहे यह जिम्मेदारी

हॉट स्पॉट कमरी मार्ग की कहानी

उज्जैनApr 18, 2020 / 12:55 pm

anil mukati

होंगे कामयाब: सर्वे हुआ तो कोरोना के तीन मरीज मिल गए, अब लोग निभा रहे यह जिम्मेदारी

हॉट स्पॉट कमरी मार्ग की कहानी

उज्जैन. पुराने शहर का बोहरा समाज बाहुल्य कमरी मार्ग कोरोना संक्रमित क्षेत्र में शामिल है। यहां संक्रमण फैलने का खतरा और बढ़ गया है क्योंकि शुक्रवार को ही एक और महिला कोरोना पॉजिटिव मिली है। भार्गव मार्ग, जांसापुरा जैसे कंटेनमेंट एरिया से सटा यह क्षेत्र कुछ दिन पहले तक इस महामारी से अछूता था लेकिन अब चार दिन में ही यहां अलग-अलग परिवार के तीन मरीज सामने आ चुके हैं। प्रशासन ने तो क्षेत्र सील कर आवाजाही पर रोक लगाई ही है, कोरोना को और बढऩे से रोकने के लिए रहवासियों ने सजगता से इससे लडऩे का जिम्मा उठाया है।
कमरी मार्ग में पहली बार १३ मार्च को कोरोना के दो मरीज मिले थे। तभी से यह कंटेनमेंट एरिया घोषित है। केडी गेट चौराहा पर सीसीटीवी कैमरे लगे होने के साथ ही प्रवेश के मार्गों की बैरिकेडिंग की जा चुकी है लेकिन यहां कोरोना का तीसरा मामला सामने आने से यह हॉट स्पॉट खतरे की ओर तेजी से बढ़ा है। इस बीच अच्छी बात है कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कई रहवासियों की सकारात्मक पहल भी सामने आ रही है। अनावश्यक घरों से बाहर निकलने वालों को क्षेत्र के ही जागरूक लोग रोक-टोक रहे हैं वहीं घरों से कम से कम निकलना पड़े इसके लिए लॉकडाउन के बाद से ही सामाजिक स्तर पर कई पहल की गई हैं।
क्षेत्र सील करने के साथ पहुंचा रहे जरूरी सामान
कोरोना संक्रमण का मामला सामने आने के बाद इसे कंटेनमेंट एरिया घोषित कर आवाजाही प्रतिबंधित की जा चुकी है। तहसीलदार श्रीकांत शर्मा ने बताया, सब्जी-फल, दूध, सांची दूध वाहन आदि जरूरी सामग्री और सुविधा घरों तक पहुंचाई जा रही है ताकि किसी को बाहर निकलने की जरूरत न पड़े। किराना सामग्री के लिए भी होम डिलेवरी सुविधा शुरू है। यदि कोई अनावश्यक बाहर घूमते दिखता है तो उसे घर में ही रहने के निर्देश दिए जाते हैं।
घर पर नमाज, रात को सैयदना साहब का लाइव टेलिकास्ट
संक्रमण का खतरे के कारण कई लोग दिनचर्या में बदलाव लाए हैं। घर में नमाज पढ़ी जाती है। क्षेत्र में म्युजिक सिस्टम लगा है, जिससे कमरी मार्ग, बोहरा बाखल, नजमी मोहल्ला, वजीहीपुरा, मोहम्मदपुरा, मोय्यदी मोहल्ला, ओरापुरा बाखल के 350 मकान कवर होते हैं। इसके जरिए नमाज के बाद रोज 15-20 माकमी नोहा की कैसेट बजाई जाती है, मरसिया पढ़ा जाता है। रहवासी मुस्तफा रौनक ने बताया कि रात को सैयदना साहब का लाइव टेलिकास्ट होता है जो समाजजन अपने-अपने घरों में देखते हैं। क्षेत्र में कोरोना के मामले सामने आने के बाद अधिकांश रहवासियों ने सोशल डिस्टेंस का पालन बढ़ा दिया है।
अनाउंस कर दे रहे संदेश
बाखल में लगे माइक सिस्टम का उपयोग धार्मिक व सामाजिक कार्यक्रमों के लिए तो होता ही था, अब इसे कोरोना से जारी जंग में भी उपयोग किया जा रहा है। ाुक्रवार शाम मुस्तनसिर भाई पीठावाला ने माइक से सभी रहवासियों से और सतर्कता बरतने का आह्वान किया। उन्होंने सभी को घर में ही रहने, बार-बार हाथ धोने, सर्दी-जुकाम होने पर तत्काल डॉक्टर व प्रशासन को सूचना देने और एेसी स्थिति में घर में भी सोशल डिस्टेंस का पालन करने आदि की आह्वान किया। उनके अनुसार क्षेत्रवासियों का वॉट्सऐप गु्रप भी बनाया गया है, जिसमें जरूरी जानकारियां प्रेषित की जाती हैं।

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