वैदिक विवाह मंत्रों की गूंज के साथ संपन्न हुआ अनूठा विवाह
रविवार 23 जून को
मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन स्थित मंगलाष्टक और वैदिक विवाह मंत्रों की गूंज के साथ अनूठा विवाह हुआ, जिसमें फरहा से सोनाक्षी बनी वधू ने उज्जैन के ही पेशे से ड्राइवर अनिकेत चौबे के साथ सात फेरे लिए और दोनों ने एक दूसरे को वर माला पहनाई और त्रिजुगीनारायण की अग्नि के समक्ष फेरे लिए। अनिकेत ने भी सोनाक्षी को बेटी जाह्नवी के साथ अपनाया और साथ-साथ रहने का वचन दिया।
रामचरित मानस हाथ में लेकर की नए जीवन की शुरुआत
दोनों ने श्री मौन तीर्थपीठ में चल रहे 108 वर्षीय अखंड श्री महामृत्युंजय यज्ञ की परिक्रमा भी की। महामंडलेश्वर डॉ. सुमनानंद गिरि ने सोनाक्षी को श्रीरामचरितमानस भेंट कर सनातन धर्म के मार्ग पर चलने का आशीर्वाद दिया। महामंडलेश्वर डॉ. सुमनानंद गिरि सनातन धर्म का प्रचार प्रसार कर विभिन्न धर्म के लोगों को सनातन धर्म की दीक्षा देकर मुय धारा में लाने के लिए प्रयत्नशील हैं। ये भी पढे़ं: Vegetable Price Hike in MP: टमाटर, प्याज, आलू फिर महंगा, दूसरी सब्जियों के दाम सुनते ही उड़ रहे होश ये भी हो चुके हैं सनातनी
मई 2023 में यूपी के बलिया निवासी चार व्यक्तियों ने महामंडलेश्वर डॉ. सुमनानंद महाराज की कथा से प्रभावित होकर ईसाई धर्म छोड़ सनातन धर्म को अपनाया था। हेमंत पॉल ने हेमंत प्रजापति, डेनियल ने रविंद्र कुमार, रमेश मसीह ने अमलेश कुमार और पीटर ने प्रदीप कुमार नाम के साथ हिंदू धर्म स्वीकार किया था। इससे पहले उत्तराखंड के नफीज ने हिंदू धर्म अपनाकर घर वापसी की थी, जो कि आम आदमी पार्टी का नेता था। सनातन धर्म अपनाकर जो लोग घर वापसी चाहते हैं, उनके लिए श्री मौन तीर्थपीठ एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरा है।
त्रिजुगीनारायण की अग्नि के समक्ष शिव-पार्वती ने लिए थे फेरे
महामंडलेश्वर ने बताया त्रिजुगीनारायण की अग्नि वह दुर्लभ अग्नि है, जिसके समक्ष भगवान शिव और पार्वती ने फेरे लिए थे और हिंदू धर्म में उनका वैवाहिक जीवन सबसे सफल माना जाता है। आरंभ में हिंदू धर्म के विधान के अनुसार फरहा खान ने महामंडलेश्वर डॉ. सुमनानंद गिरि महाराज से सनातन धर्म की दीक्षा ली और अपना नाम सोनाक्षी स्वीकार किया। पुत्री जारा का नाम भी परिवर्तित कर जाह्नवी अपनाया। दशविध स्नान और प्रायश्चित कर्म के अनंतर मंगलाष्टक मंत्रों के साथ सोनाक्षी ने सिंदूर से मांग भरी।