श्रेय प्राप्त करने में माहिर मोदी
शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री हर मौके का श्रेय प्राप्त करने में माहिर हैं। राम मंदिर मामले में श्रेय लेने की जल्दबाजी में गलत निर्णय हुआ। सरकार ने मस्जिद बनाने की बात कहकर मामला और उलझाया है। मुस्लिम पक्ष ने धैर्य रखा, चुप रहकर मंदिर निर्माण का नक्शा व अन्य जानकारी लेने के बाद देश की सबसे बड़ी मस्जिद बनाने की तैयारी कर ली। अब वे आसपास और जमीनें खरीद रहे हैं और बड़े स्तर पर मस्जिद निर्माण की तैयारी कर रहे हैं। कूटनीतिक मामले में मुस्लिमों से नेहरू से लेकर मोदी जी तक पछाड़ खा गए।
नरसिंह राव भी निकाल चुके थे यह हल
शंकराचार्य ने कहा तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिंहराव भी इस समस्या का हल मंदिर-मस्जिद अलग-अलग कर निकाल चुके थे। उन्होंने इस तरह के समझौते पर हस्ताक्षर के प्रयास भी किए थे, लेकिन उन्होंने हस्ताक्षर से इनकार कर दिया था कि ये न्याय नहीं है। पहले ये सरकारी स्तर पर हो रहा था, अब इसे न्यायालीन रूप में लाया गया है, लेकिन इस फैसले ने न सिर्फ उत्तरप्रदेश, बल्कि पूरे देश को ही एक बड़े संकट में डाल दिया है।
धर्म परिवर्तन पर बोले- सनातन मजबूत है
धर्म परिवर्तन के मसले पर स्वामी निश्चलानंद ने जवाब दिया, धर्म परिवर्तन इतना आसान नहीं है। प्रश्नकर्ता बोला, कुछ लोग ईसाई धर्म अपनाकर हिंदुओं को भ्रमित कर रहे हैं। शंकराचार्य ने कहा कि सनातन धर्म बहुत मजबूत है। मजाकिया लहजे में उन्होंने कहा- जो हमसे टकराएगा-चूर चूर हो जाएगा।
शंकराचार्य 23 तक रहेंगे उज्जैन में
शंकराचार्य महाराज गुरुवार 21 दिसंबर को सुबह करीब 6 बजे उज्जैन आए। यहां उनके अनुयायियों ने नरसिंह घाट स्थित झालरिया मठ में तीन दिनों तक धर्मसभा और प्रश्नोत्तरी का आयोजन रखा है। गुरुवार को स्वामीजी दोपहर करीब दो बजे सनातनियों के बीच पहुंचे और प्रश्नोत्तरी के माध्यम से धर्मसभा ली। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति व शंकराचार्य के दीक्षित अनुयायी व्यवस्था बनाने में जुटे हुए हैं।