पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने साइन बोर्ड का रखा था प्रस्ताव
पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने विक्रमोत्सव के समय कार्यक्रम में कहा था कि उज्जैन एक धार्मिक नगरी है। यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। होटल, रेस्टोरेंट, लॉज और दुकान संचालकों ने अंग्रेजी में साइन बोर्ड लगा रखे हैं। उन्होंने उस दौरान अपील की थी कि साइन बोर्ड का प्रयोग हिंदी भाषा में करें। विकल्प के तौर पर अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल किया जा सकता है।
नगर निगम के एमआईसी में रखा गया था प्रस्ताव
उज्जैन नगर निगम के एमआईसी में इस प्रस्ताव पर नगर निगम परिषद ने अपनी ओर से दुकान या होटल संचालकों के मालिक का नाम और मोबाइल नंबर जोड़ने का प्रस्ताव रखा गया था। इसके साथ ही यह भी तय किया गया था कि जो लोग भी महाकाल मंदिर के अगल-बगल में होटल, रेस्टोरेंट, लॉज या रेस्ट हाउस संचालित करते हैं तो उनके प्रोपराइटर का नाम स्पष्ट रूप से लिखा होना चाहिए। इसके साथ ही उनका मोबाइल नंबर भी साइन बोर्ड पर लिखा होना चाहिए।
बीजेपी विधायक ने ‘नेमप्लेट’ वाले प्रस्ताव का किया समर्थन
बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला ने सीएम डॉ मोहन यादव को लिखते हुए कहा है कि “किसी भी व्यक्ति का नाम उसकी पहचान होती है। व्यक्ति को अपने नाम पर गर्व होता है। मध्य प्रदेश के हर छोटे बड़े व्यापारी, कारोबारी और दुकानदार को अपना नाम बताने में गौरव के इस भाव की अनुभूति हो सके, इसलिए राज्य शासन को हर स्थायी और चलित दुकान के सामने दुकानदार का नाम लिखना अनिवार्य करना चाहिए।”