ऐसे आएगा मालवा का असली स्वाद
इंदौर फोरलेन पर उज्जैन शहर से २२ किमी दूर इंदौर जिले के ग्राम खान बड़ोदिया और कायस्थखेड़ी के पास स्थित श्री जेके ढाबा पर मालवा का यह खास जायका चखने को मिल रहा है। ढाबा संचालक जयनारायण देशल्या बताते हैं उनके यहां लहसुन मैथी, लहसुन पालक, बैंगन का भर्ता, बेसन प्याज, सरसों का साग, मक्के की रोटी, ज्वार की रोटी, बाजरे की रोटी खास तौर पर बनाई जाती है। यह सब बनाना बहुत आसान है। घर में उपलब्ध सामान्य मसालों के साथ ही यह बन जाता है।
लहसुन मैथी: यह बनाने के लिए सबसे पहले ताजी हरी मैथी को अच्छे से साफ कर काट लें। अब एक कढ़ाही में सरसों का तेल गर्म होने के लिए रखें। इसमें खड़ी लाल मिर्च का तड़का लगाएं। इसके बाद खूब सारा बारीक कटा लहसुन डालें और हल्का गुलाबी होने तक भूनें। इसके बाद बारीक कटा प्याज, टमाटर और हरी मिर्च डालकर प्याज की ग्रेवी डाल दें। इसके बाद नमक, लाल मिर्च, धनिया पावडर, गरम मसाला डालें। थोड़ी देर बाद मैथी और हरे प्याज के पत्ते डालकर पकाएं। लहसुन मैथी तैयार है।
सरसों का साग: ताजी सरसो की भाजी को पहले पानी में उबाल लें। इसके बाद इसे मिक्सर में पीस लें। अब एक कढ़ाही में सरसो का तेल गर्म होने रखें। इसमें साबुत लाल मिर्च और लहसुन का तड़का लगाएं। थोड़े से प्याज भी एड करें। इसके बाद इसमें नमक, लाल मिर्च, धनिया पावडर, गरम मसाला डालकर थोड़ा सा पानी डालकर पकाएं। फिर पीसी हुई सरसो की भाजी डालकर तेज आंच पर पांच मिनट पकाएं। सरसों का साग तैयार है।
बेसन प्याज: यह सब्जी बनाना बहुत आसान हैं। सबसे पहले कढ़ाही में सरसो का तेल गर्म होने रखें। इसमें हींग, लहसुन और साबुत लाल मिर्च का तड़का लगाएं। इसके बाद इसमें बड़े आकार में कटे हुए प्याज डालें। इसके बाद एक थाली में भूना हुआ बेसन लें। इसमें नमक, लाल मिर्च, धनिया पावडर, हल्दी पावडर और गरम मसाला डालकर घोल बना लें। इसे कढ़ाही में डाल दें। मीडियम आंच पर तेल छोडऩे तक पकाएं। बेसन प्याज तैयार है। हरे धनिये से सजाएं। गरमागर्म मक्का, ज्वार या बाजरे की रोटी के साथ इन सब्जियों का आनंद लें।
टिप्स: इन सब्जियों को बनाने के लिए लोहे की कढ़ाही और सरसो तेल का उपयोग करें।