हर 6 महीने में होती है जांच
महाकाल मंदिर समिति का कहना है कि जांच दल प्राचीन संरचनाओं का स्ट्रक्लचरल असेस्मेंट भी करेगा। इसमें एएसआई, जीएसआई और सीबीआरआई रुड़की के जांच दल शामिल हैं। यह समिति सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित की गई है। जो कि हर छह महीने में उज्जैन पहुंची हैं और ज्योतिर्लिंग के क्षरण के साथ-साथ कई तरह की जांच करती है।
वैज्ञानिकों ने क्षरण रोकने के लिए दिए थे सुझाव
सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई एक्सपर्ट्स की टीम 2019 से लगातार ज्योतिर्लिंग की जांच कर रही है। इसके साथ उन्होंने क्षरण रोकने के लिए कई सुझाव भी दिए थे। जिस पर मंदिर समिति की ओर से अमल किया जा रहा है। ताकि क्षरण को रोका जा सके। जांच करने पहुंचा दल पता लगाने की कोशिश करेगा कि क्षरण की क्या स्थिति है।