इस मामले में एसपी प्रदीप शर्मा और कलेक्टर एवं मंदिर समिति अध्यक्ष नीरज सिंह ने कुछ दिन पहले ही एक पुरोहित और उसके साथी को गिरफ्तार किया था। मंदिर समिति ने दोनों आरोपियों को सेवा से बर्खास्त भी कर दिया है।
साल 2025 में आने वाले त्योहारों की जान ले डेट ! बना रहे थे लाखों की संपत्ति पुरोहित को हिरासत लेने के बाद पुलिस को 2 और लोगों पर शक हुआ था। यह दोनों सभा मंडप प्रभारी राकेश श्रीवास्तव और सफाई प्रभारी विनोद चौकसे थे। पुलिस ने इनके बैंक खातों और संपत्तियों की जांच शुरू की। पुलिस ने अपनी जांच पाया कि पिछले 6 महीने में विनोद चौकसे के बैंक खाते में 50 लाख रुपए का ट्रांसक्शन हुआ है। यही नहीं, पुलिस ने यह भी पाया कि राकेश श्रीवास्तव ने हालही में 1 करोड़ 20 लाख रूपए का महंगा प्लॉट भी अपने नाम पर ख़रीदा है। दोनों ही लोगों के खातों में अन्य राज्यों से हर दिन हजारों रूपए आया करते थे जिनकी जानकारी वह पुलिस को नहीं दे पाए।
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पुलिस द्वारा पूछताछ में दोनों ने अब तक नहीं बताया कि यह पैसे कहा से आए है। पुलिस ने अपनी जांच में पाया है विनोद चौकसे, अपनी बेटी के अकाउंट में भी पैसे जमा कराता था। इसी वजह से अब दोनों आरोपियों के परिवारों के बैंक खातों की जांच पुलिस कर रही है। पुलिस ने बताया कि विनोद की गिरफ्तारी के बाद से ही उसका परिवार घर से गायब हो चुका है। एएसपी नितेश भार्गव की टीम दोनों कर्मचारियों के पिछले एक साल के बैंक ट्रांजैक्शन और संपत्ति की पूरी जानकारी जुटा रही है। मामले की जांच अभी जारी है।