विश्व हिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष महेश तिवारी और बजरंग दल संयोजक रिषभ कुशवाह ने चर्च ट्रस्ट पर आरोप लगाते हुए कहा कि चर्च के नाम में मंदिर शब्द होने से समाज में भ्रम पैदा होता है और लोग धर्म परिवर्तन के जाल में फंस जाते है। इसी लिए हमने प्रशासन से चर्च के नाम से मंदिर शब्द हटाने की मांग की थी। बता दें कि, ईसाई धर्म का सबसे बड़ा त्यौहार क्रिसमस 25 दिसंबर को मनाया जाता है।
World Saree Day: एमपी की फेमस साड़ियां, जानिए क्यों है ये खास धार्मिक भावनाएं होती है आहत
विश्व हिंदू परिषद जिलाध्यक्ष महेश तिवारी ने कहा कि ‘मंदिर’ शब्द का प्रयोग सनातन धर्म के पूजा स्थलों के लिए ही उपयोग किया जाता है। ऐसे में चर्च पर इस शब्द का प्रयोग धार्मिक आस्था को आहत करता है। हिंदू संगठनों ने चर्च ट्रस्ट को दो दिन के अंदर चर्च के नाम से मंदिर शब्द हटाने के लिए कहा था जिसे नहीं करने पर उन्होंने उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी थी।
आज सबसे छोटा दिन- बड़ी रहेगी रात, 13 घंटे 20 मिनट तक पसरा रहेगा अंधेरा चर्च ट्रस्ट ने ये कहा
इस मामले में चर्च ट्रस्ट का कहना है कि हिंदू संगठनों के विरोध के बाद चर्च की सभी जगहों से उसके नाम से ‘मंदिर’ शब्द को हटा दिया गया है। उनका कहना है कि ट्रस्ट शांति का समर्थक है और क्रिसमस से किसी भी प्रकार के विवाद से बचने के लिए सभी जगहों से ‘मंदिर’ शब्द को हटा दिया गया है। ट्रस्ट चाहता है कि क्रिसमस का त्योहार सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाया जाए।