यूडीए की ढिलाई, अटकी राशि
यूडीए ने 11 सितम्बर को फर्म को अंतिम नोटिस देते हुए जुलाई 2024 तक 1.99 करोड़ किराया राशि (ब्याज सहित) एवं मूल राशि पर 18 प्रतिशत दर से जीएसटी सहित 2.26 करोड़ की बाकीयात निकाली थी। फर्म संचालक ने नौकायान बंद रहने की अवधि व टिकट शुल्क में 10 प्रतिशत की वृद्धि नहीं करने पर कटौती करने एवं जीएसटी की राशि छोड़ते हुए मनमर्जी से स्वयं ने गणना कर 33 लाख 45,566 रुपए 21 सितम्बर को यूडीए के खाते में जमा करवा दिए, जबकि राशि अधिक थी। यूडीए ने अगस्त से दिसम्बर की तृतीय वर्ष की दर से 1.57 करोड़ एवं पूर्व के नोटिस में बताई बाकीयात के हिसाब से 3.50 करोड़ की डिमांड का नया नोटिस दिया, लेकिन यह राशि अब तक जमा नहीं करवाई गई।
फर्म की आपत्ति तर्कहीन, अवधि बढऩे का कोई ठोस आधार नहीं
नाव संचालक ने यूडीए अधिकारियों के समक्ष आपत्ति जताते हुए कहा कि तीन वर्ष के कार्यकाल में 151 दिन नौका बंद रही। इससे नौका संचालन की अवधि को एक वर्ष बढ़ाया जाए। यूडीए अधिकारियों का कहना है कि शर्तों में स्पष्ट उल्लेख है अवधि में संचालक की संतोषप्रद सेवाएं नहीं होने व आपातकालीन स्थिति में नौका संचालन बंद रहता है तो अवधि नहीं बढ़ाई जा सकती है। ठेकेदार ने 8 जनवरी से 2 मई 2022 तक करीब 115 दिन बोटिंग बंद रहना बताया, जबकि इस अवधि में नाव उलटने से हादसा हुआ था। इसके अलावा बिफर जॉय तूफान, कन्हैयालाल हत्याकांड, मुख्यमंत्री भ्रमण आदि अपातकालीन सेवाएं थी, जिनमें किसी भी तरह की अवधि नहीं बढ़ाई जा सकती।
यूडीए कर रहा इको फ्रेंडली नावों पर फोकस
यूडीए अधिकारियों का कहना है कि संबंधित फर्म ठेका शर्तो के अनुसार अभी स्पीड बोट से समस्त बोट पेट्रोल से चला रही है। हाइकोर्ट के निर्देश के अनुसार झीलों में इको फ्रेंडली नावों का संचालन होना चाहिए। इस कारण सोलर-बैट्री से संचालित नावों का ही ठेका देना है। अभी यूडीए का फोकस नए ठेके में इको फ्रेंडली नावों पर है। इनका कहना… मुंबइयां बाजार के सामने वाले प्वाइंट का ठेका मंगलवार को समाप्त हो गया। करीब 3.50 करोड़ की बाकीयात का नोटिस दिया है। नए टेंडर होने में करीब एक से डेढ़ माह लगेंगे। इस अवधि में अगर ठेकेदार आगे नाव संचालन करता है तो पुरानी बाकीयात व दो माह की राशि एडंवास जमा करवानी होगी। अन्यथा टीम वहां बोटिंग बंद करवाने की कार्रवाई करेगी।
राहुल जैन, यूडीए आयुक्त