ग्रामीणों का कहना है कि कनकपुरा जो परसाद गांव का ही एक राजस्व गांव है, लेकिन बीच में हाइवे होने से परेशानियां होती है। जिसके लिए ग्रामीणों ने हाइवे अंडर ब्रिज की हाइवे निर्माण के समय से मांग भी कर रहे है, लेकिन अंडरब्रिज की मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। इसके चलते परसाद कस्बे में स्कूल पढने वाले बच्चों, ग्राम पंचायत, खरीदारी व मजदूरी के लिए जाने वाले ग्रामीणों व अंतिम संस्कार के लिए शोक से ग्रस्त परिजनों के हादसे का अंदेशा बना रहता है।
इनका कहना है…
कनकपुरा व ढेलाई के ग्रामीणों को परसाद जाने के लिए टू लाइन हाईवे के दौरान कट दिया था, लेकिन फिर लाइन बनने के बाद से उसे बन्द कर दिया गया। ग्रामीणों ने हाइवे से अंडर पास की कई बार मांग की, लेकिन नही बना। गांव में मौत होने पर पर हाइवे क्रॉस करके जाना पडता है। वहीं नाले में पुलिया नहीं बनने से परेशानी होती है। -रमेश कुमार मीणा, वार्डपंच, कनकपुरा सदियों से मृतकों का अंतिम संस्कार इसी श्मशान घाट पर हो रहा है, लेकिन हाइवे हो जाने से परेशानी हो रही है। हाईवे क्रॉस करते समय हादसे की आशंका रहती है और आने-जाने में परेशानी होती है।
-धूलचंद मीणा, पंचायत समिति सदस्य नाले पर पुलिया का काम चल रहा है, अण्डर ब्रिज की मांग को लेकर पंचायत और ग्रामीणों की ओर से कई बार पूर्व सांसद अर्जुन लाल मीणा से भी मिल चुके है, लेकिन केवल आश्वासन ही मिले।
–बदकी देवी मीणा, सरपंच, परसाद