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उदयपुर

संघर्ष: मौत के बाद अंतिम संस्कार के लिए हाइवे और नाला पार करना बनी मजबूरी

परसाद के कनकपुरा के ग्रामीणों की व्यथा… नहीं सुन रहे जिम्मेदार

उदयपुरDec 13, 2024 / 12:05 am

Shubham Kadelkar

हाइवे क्रॉस करते हुए

परसाद (सलूम्बर). जनजाति अंचल के गांवों में आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए आमजन परेशान है। ऐसा ही वाकिया परसाद के कनकपुरा में बुधवार हुई एक महिला की मौत के बाद नजर आया। जहां महिला की मौत के बाद उसके अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने बताया कि ग्रामीणों को अपनों के निधन के बाद श्मशान घाट जाने के लिए उदयपुर-अहमदाबाद नेशनल हाइवे 48 को पार करना पडता है। ऐसे में कई बार वाहनों की अनियंत्रित गति के चलते दाह संस्कार में जाने वाले लोगों की भी जान पर बन आती है। इससे पूर्व कुछ मामलों में हाइवे क्रॉस करते समय अंतिम संस्कार में जाने वालों के साथ दुर्घटना भी हो चुकी है। इसके बाद हाइवे से उतर कर नाले से गुजरना पडता है, बारिश के दिनों में पानी होने से अंतिम संस्कार के लिए बड़ी परेशानी होती है। यहां पुलिया का निर्माण कार्य शुरू तो हुआ, लेकिन महीनों से बन्दपड़े होने से खोदे हुए नाले में पडे पत्थरों व खड्डों को पार मजबूरी बना हुआ है।
ग्रामीणों का कहना है कि कनकपुरा जो परसाद गांव का ही एक राजस्व गांव है, लेकिन बीच में हाइवे होने से परेशानियां होती है। जिसके लिए ग्रामीणों ने हाइवे अंडर ब्रिज की हाइवे निर्माण के समय से मांग भी कर रहे है, लेकिन अंडरब्रिज की मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। इसके चलते परसाद कस्बे में स्कूल पढने वाले बच्चों, ग्राम पंचायत, खरीदारी व मजदूरी के लिए जाने वाले ग्रामीणों व अंतिम संस्कार के लिए शोक से ग्रस्त परिजनों के हादसे का अंदेशा बना रहता है।

इनका कहना है…

कनकपुरा व ढेलाई के ग्रामीणों को परसाद जाने के लिए टू लाइन हाईवे के दौरान कट दिया था, लेकिन फिर लाइन बनने के बाद से उसे बन्द कर दिया गया। ग्रामीणों ने हाइवे से अंडर पास की कई बार मांग की, लेकिन नही बना। गांव में मौत होने पर पर हाइवे क्रॉस करके जाना पडता है। वहीं नाले में पुलिया नहीं बनने से परेशानी होती है।
-रमेश कुमार मीणा, वार्डपंच, कनकपुरा

सदियों से मृतकों का अंतिम संस्कार इसी श्मशान घाट पर हो रहा है, लेकिन हाइवे हो जाने से परेशानी हो रही है। हाईवे क्रॉस करते समय हादसे की आशंका रहती है और आने-जाने में परेशानी होती है।
-धूलचंद मीणा, पंचायत समिति सदस्य

नाले पर पुलिया का काम चल रहा है, अण्डर ब्रिज की मांग को लेकर पंचायत और ग्रामीणों की ओर से कई बार पूर्व सांसद अर्जुन लाल मीणा से भी मिल चुके है, लेकिन केवल आश्वासन ही मिले।
बदकी देवी मीणा, सरपंच, परसाद

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