थानाधिकारी आदर्श कुमार ने बताया कि मामला दर्ज होने के बाद स्पेशल टीम का गठन कर तलाश की। वारदात के बाद उनके भागने के रूट का पता लगाया गया। सूचना मिली कि दोनों आरोपी सिटी रेलवे स्टेशन पर है। ऐसे में वहां दबिश देकर आरोपी ब्राह्मणों का कलवाना निवासी गिरीश आमेटा और ललित आमेटा को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों ने बताया कि वे गुजरात भागने की तैयारी में थे। वारदात के बाद उन्होंने बडी, थूर, लोसिंग के जंगलों में छिपकर दिन गुजारे।
शव नहीं लेने की बात पर किया हमला
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनकी बहन भावना ने घर वालों की इच्छा के विरुद्ध पूर्व में विवाहित होते हुए भी पति को छोड़कर अन्य समाज के व्यक्ति कपित लौहार से प्रेम विवाह कर लिया था। इससे पीहर पक्ष नाराज था और भावना से रिश्ता खत्म कर चुके थे। दोनों भाइयों को 8 नवंबर को सूचना मिली कि उनकी बहन भावना की मृत्यु हो चूकी है। इस पर बहन के अंतिम दर्शन करने वे 9 नवंबर को मुर्दाघर पहुंचे।
दोनों पक्षों की रजामंदी से मृत भावना की देह का पोस्टमार्टम हो रहा था। इस दौरान किसी ने बताया कि भावना का पति कपिल लौहार दाह संस्कार के लिए शव नहीं ले जाना चाहता। इस पर आरोपी गिरीश आमेटा, ललित आमेटा तथा अन्य पीहर पक्ष के परिजन कपिल से बात करने लगे तभी गिरीश आमेटा ने आवेश में आकर ललित की मदद से कपिल लौहार पर चाकू से गर्दन व पीठ पर जान से मारने की नीयत से ताबड़तोड वार कर मौके से भाग गया।
यह है मामला
बेमला कुराबड़ निवासी कपिल लौहार ने करीब डेढ साल पहले ब्राह्मणों का कलवाना निवासी भावना आमेटा से लव मैरिज की थी। गर्भावस्था के दौरान एमबी हॉस्पीटल में भर्ती कराया। उसकी उपचार के दौरानर 8 नवंबर को मौत हो गई थी। इसके दूसरे दिन 9 नवंबर को पीहर और ससुराल पक्ष के लोग मोर्चरी के बाहर एकत्रित हुए थे। इसी दौरान मृतका के दो भाइयों ने जीजा कपिल पर चाकू से हमला कर दिया था।