इसके तहत जिला शिक्षा अधिकारियों को भवन रहित सरकारी स्कूलों के लिए जिला कलक्टर या फिर राजस्व विभाग से सम्पर्क कर स्कूलों के लिए आवश्यक भूमि आवंटित कराने की कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। इसके अलावा यू-डाईस डाटा 2022-23 के अनुसार भवन रहित विद्यालयों की सूची समस्त मुख्य जिला शिक्षा अधिकारियों को प्रेषित कर कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया है। भूमि आवंटन के अभाव में जब तक विद्यालय भवन का निर्माण नहीं होता तब तक विद्यालय के लिए वैकल्पिक सुरक्षित भवन की व्यवस्था करें।
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560 विद्यालय अति जर्जर हालत मेंउदयपुर जिले के कई विद्यालय जर्जर अवस्था में हैं। इसे लेकर पत्रिका ने कई बार मुद्दा उठाया। हाल ही 2 मई के अंक में नन्हीं जान जोखिम में… स्कूलों के भवन अब भी जर्जर, खुले में पढ़ रहे बच्चे शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसमें कोटड़ा, झाड़ोल, गिर्वा आदि के स्कूल भवनों के बदहाल हालात बताए गए। कोटड़ा में भवन जर्जर होने से वर्ष 2023 में बारिश के दौरान ढह गया था। भवन ढहने के बाद बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो् इसके लिए बच्चों के परिजनों और ग्रामीणों ने बांस और लकड़ियों से अस्थायी झोंपड़ा तैयार किया। आज भी 51 छात्र वहीं बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं। ऐसे स्कूलों में बारिश के समय परेशानी अधिक बढ़ जाती है। उदयपुर में करीब 560 विद्यालय अति जर्जर हालात में है, जबकि लगभग 1500 से अधिक स्कूल जर्जर अवस्था में हैं।