ग्राम पंचायत द्वारा आयोजित होने वाले इस मेले में करीब 800 से 900 प्लॉटों का आवंटन होता है । जिसमे खान पान की दुकानें , होटल्स, रेस्टोरेंट्स , मनिहारी सहित ऊनी कपड़ों की सैंकड़ो दुकानें लगती है। वही मौत का कुआं, चकरी, डोलर सहित , सर्कस , प्यारेलाल , करतब , जादूगर सहित अन्य कई मनोरंजन के साधन यहां लगते हैं। वही आस पास के दर्जनों गांवों के लोग यही से सेंकडो मवेशी खरीदते है एव बेचते हैं। मेले में सूरती, काठियावाड़ी, मुर्रा, देसी जाफरी आदि नस्लों की भैंस , देसी नस्ल के बैल की बिक्री होती आई है।
सरकार द्वारा जारी कोरोना गाइडलाइन पालना के तहत ग्राम पंचायत मेनार द्वारा इस बार मेले का आयोजन नही होगा ।
प्रमोद कुमार, सरपंंच , ग्राम पंचायत मेनार