शिव दल मेवाड़ प्रमुख मनीष मेहता ने बताया कि सुबह 5 बजे से 11 पंडितों ने मन्दिर के पुजारी गोपाल शर्मा और देवेंद्र शर्मा के सान्निध्य में रुद्री पाठ किया। साथ ही मानव कल्याण की कामना को लेकर महामृत्युंजय यज्ञ कर 21000 मंत्रों के साथ आहुतियां दी। इधर, पालकी को फूलों से भव्य रूप से सजाया गया। शिवानुष्ठान की समाप्ति के बाद अपरान्ह 3 बजे महादेव के जयकारों के साथ भक्तों ने पालकी को कंधों पर उठाया। शाही सवारी के बाद महादेव को जल विहार कराया गया। शाम 5 बजे परिक्रमा के साथ महादेव का मन्दिर में बिराजे श्रीकृष्ण, बजरंगबली और 12 ज्योतिर्लिंगों से मिलन कराया गया। उसके बाद 501 दीपों से महाआरती की गई । इस दौरान सीतादेवी शर्मा, कविता कुंवर, टेकचंद वसीटा, गोपाल वसीटा, राजेन्द्र सरदार, संजय सिंह, जितेंद्र वसीटा, चंद्रिका वसीटा आदि उपस्थित रहे।