भाजपा ने उदयपुर से वर्तमान सांसद अर्जुनलाल मीणा के स्थान पर पूर्व परिवहन अधिकारी मन्नालाल रावत को प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है। उदयपुर से प्रत्याशी मन्ना लाल रावत वर्तमान में परिवहन विभाग के जॉइंट कमिश्नर हैं। लंबे समय तक परिवहन अधिकारी के पद पर काबिज रहे। रावत लंबे समय से संघ और वनवासी कल्याण परिषद से जुड़े रहे हैं।
मन्ना लाल रावत प्रतापगढ़ जिले के चिकलाड़ा गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता गौतम लाल रावत सरपंच, भाजपा मंडल पदाधिकारी रहे हैं। गांव में ही स्कूलिंग के बाद उदयपुर शहर से ही उन्होंने स्नातक और स्नातकोत्तर की पढ़ाई की। यहीं से उन्होंने आरएएस की परीक्षा दी। उदयपुर में डीटीओ, आरटीओ के पद पर रहे।
डॉ. मन्नालाल रावत ने मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय से बीएससी के बाद जनजाति चिंतन विषय पर पीएचडी की। सन् 1998 में परिवहन विभाग में अधिकारी बने। वे उदयपुर, राजसमंद सहित कई जिलों में परिवहन अधिकारी रहे। इसके बाद क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी के रूप में सेवा दी।
वह राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ से जुड़े हैं और संघ के जुड़े कार्यक्रम में भी सक्रिय रूप से नजर आते रहे है। इस कार्यक्रमों में बौद्धिक भाषण भी देते सुनाई दिए हैं। कई मौकों पर मन्नालाल रावत आदिवासी क्षेत्र में भारत आदिवासी पार्टी और भारतीय ट्राइबल पार्टी से सोशल मीडिया पर शाब्दिक जंग करते हुए भी दिखे गए। माना जा रहा है कि संघ से जुड़े होने के कारण उन्हें यह टिकट मिला। यह घोषणा चौंकाने वाली है।
यह भी पढ़े- राहुल गांधी पूर्वी राजस्थान में कांग्रेस का ‘सूरज’ उगाने में लगे…उधर BJP ने उतार दिए उम्मीदवार
सांसद अर्जुन लाल मीना लम्बे समय से बीमार चल रहे है और राजनीति में सक्रिय भी नहीं थे। इसलिए उनका टिकट काट दिया गया। अर्जुन लाल मीना बीमारी के चलते पिछले दिनों उदयपुर में अमित शाह के कार्यक्रम में भी शामिल नहीं हुए थे।
भाजपा ने लोकसभा के लिए पहले टिकट जारी कर मोर्चा मार लिया है। वहीं अब कांग्रेस प्रत्याशियों के नामों की घोषणा का इंतजार है। कांग्रेस की वर्किंग कमेटी में प्रत्याशियों के नामों को लेकर मंथन किया जा रहा है।