पुलिस ने तीन जनों को गिरफ्तार किया, वहीं चार को नामजद किया है। जिला एसपी योगेश गोयल ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि 2022 में उगमणा कोटड़ा निवासी सुखलाल ने पत्नी संगीता के अपहरण का मामला दर्ज कराया था। संगीता उसकी दूसरी पत्नी थी।
पुलिस जांच में पता चला कि सुखलाल की पहली पत्नी का लडका कन्हैयालाल मीणा जो गांव की ही लडकी से शादी करने से गांव में नहीं आता है। वह किसी तांत्रिक के सम्पर्क में है, जो संगीता को उठा ले जा सकता है।
कन्हैयालाल से पूछताछ में खुली पोल
पुलिस ने कन्हैयालाल को डिटेन कर पूछताछ की तो तांत्रिक महिला रोडकी देवी और सहयोगी जीवा के सम्पर्क में होने की जानकारी मिली। कन्हैयालाल, रोडकी देवी एवं जीवा से पूछताछ की।
नदी किनारे दफनाया था शव
आरोपियों ने साथियों के साथ मिलकर संगीता देवी का अपहरण कर ले जाने, नदी किनारे दफन करना बताया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी अनिल मीणा, विजय, फुलबा, रेखा फरार है। पुलिस ने कंकाल बरामद किया
पड़ताल के आधार पर सेमारी थाना क्षेत्र के खैरूआ में दफनाए शव को निकालने के लिए पुलिस, तहसीलदार सेमारी, एफएसएल टीम की पहुंची और वहां से कंकाल को बरामद किया। कंकाल का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया। जिसके बाद अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंपा।
इस तरह की वारदात
जांच में सामने आया कि सुखलाल ने पहली पत्नी की मौत के बाद संगीता से नाता विवाह किया था। सुखलाल की पहली पत्नी से तीन लडके और दो लडकियां एवं संगीता देवी से तीन लडकियां है। कन्हैयालाल का लडका बीमार रहता था। जिस पर उसने ढाई साल पहले तांत्रिक रोडकी से सम्पर्क किया।
तांत्रिक ने सौतेली मां को ही बच्चे के बीमार रहने का कारण बताया। इस पर कन्हैयालाल और रोड़की देवी ने अन्य साथियों के सहयोग से विजय की गाडी ले जाकर संगीता को घर से उठाया और मार दिया। चिह्रित किए गड्ढ़े में दफना दिया।
घटना से पहले सभी ने मोबाईल बंद कर दिए थे। दूसरे दिन कन्हैयालाल और उसका भाई अनिल दोनों पिता के साथ रिपोर्ट देने थाने पहुंचे। पिता को शक नहीं हो इसलिए दोनों संपर्क में थे।