कोर्ट की सुनवाई के बाद मीडिया से बात करते हुए शीजन के वकील शैलेंद्र मिश्रा ने बताया कि उनकी कंडीशन्स को कोर्ट ने मान लिया है। इसके आगे वकील ने कहा, “इस मामले को लेकर शीजान की मानसिक स्थिति क्या है, ये आप-हम नहीं समझ पाएंगे। तीन दिन पहले ही तलोजा जेल में एक ने सुसाइड किया है। इसी वजह से हमने काउंसलिंग की डिमांड की है।”
वकील ने आगे कहा, “कोर्ट से काउंसलिंग विद सिक्योरिटी की डिमांड की गई है ताकि शीजान पर नजर रखी जाए। उसे अकेला ना छोड़ा जाए। उन्होंने कहा, “जिसने जिंदगी में पुलिस नहीं देखी, कोर्ट नहीं देखा, आज वो सवालों के घेरे में है, ऐसे में मानसिक स्थिति कैसी होगी, ये आप भी समझ सकते हैं।” वकील का मानना है कि शीजान जिस सिचुएशन में फंसे हैं, वो भी आत्महत्या जैसा कदम उठा सकते हैं।
शीजान के वकील ने बताया कि पुलिस के पास कोई पुख्ता सबूत नहीं हैं, उन्होंने प्रेशर में आकर शीजान मोहम्मद खान को अरेस्ट किया है। वकील ने कहा, “मैं पहले दिन से जानता हूं कि शीजान बेकसूर है। तुनिशा के परिवार ने इस पूरे इन्वेस्टीगेशन को मिसलीड किया है। गलत और बेबुनियाद इल्जाम लगाकर सबको गुमराह किया है।” वकील ने लव-जिहाद वाले एंगल को भी सिरे से खारिज किया है। बता दें, 31 दिसंबर को कोर्ट ने शीजान की पुलिस कस्टडी 14 दिन बढ़ा दी है। अब यह अगले कुछ दिनों में पता चलेगा कि तुनिषा शर्मा सुसाइड केस क्या नया मोड़ लेता है।