बड़ी मामी पत्रलेखा के बनाए गए नाश्ते की तारीफ करती है । सभी लोग इस बात में सहमत होते हैं। और पूछते हैं कि पत्रलेखा ने यह अलग डिश कैसे बनाएं । पत्रलेखा बताती है कि जब वह कुछ नॉर्मल खाते-खाते बोर हो जाती थी । तो उसकी मां यह डिश बनाया करती थी। उसने सोचा कि सब एक जैसा नाश्ता करके बोर हो गए होंगे। इसलिए उसने आज कुछ अलग है बनाया।
देव्यानी को सभी घरवाले नाश्ता करने को कहते हैं। पर वह मना कर देती है। वह कहती है जब तक सई नहीं आएगी वह नाश्ता नहीं करेगी । वह सई के साथ ही नाश्ता करेंगी। इस पर पत्रलेखा सबको बताती है कि वह सई को कमर में ब्रेकफास्ट के लिए बोलने गई थी । पर साई ने मना कर दिया।
अश्वनी प्यार से सई को नाश्ता करवाती है । इस पर करिश्मा कहती है कि कोई काश इतने प्यार मुझे भी नाश्ता करता । फिर सभी कहते हैं की सई शांति से नाश्ता क्यों नहीं कर लेती । खाने की बर्बादी हो रही है इस पर सई कहती है कि यह सब कल से नहीं होगा। सई कहती है कि आज के बाद वेस्ट नहीं होगा। आज के बाद इस तरह की कोई समस्या नहीं आएगी। इस पर विराट पूछता है कि वह क्या प्लान कर रही है। और ऐसा क्या करने वाली है कि आज के बाद यह सब नहीं होगा। सही कहती है कि उसने सारे झगड़ों का जड़ से इलाज खोज लिया है । सम्राट उससे पूछता है कि तुमने अपने तबीयत की दवाई ली । इस पर वह जवाब देती है कि हां मैंने दवाई ले ली है बस अब असर बाकी है।