समर बापूजी को अपनी ट्रॉफी दिखाता है। बापूजी कहते हैं कि वो जानते थे कि सिर्फ वो ही ये जीत सकता है। समर बताया है कि वनराज ने उसे इस ट्रॉफी के लिए मोटिवेट किया था। नंदिनी काव्या को उसके कपड़े पैक करते हुए देखती है और पूछती है कि क्या वो कहीं शिफ्ट कर रही है। काव्या कहती है कि ये करने की उसे जरूरत नहीं है कि अब तलाक में सिर्फ 2 दिन बचे हैं और वो वनराज के घर चली जाएगी। नंदिनी ये सुनकर शॉक्ड रह जाती है। काव्या नंदिनी को बताती है कि अनुपमा के तलाक के बाद उसका रास्ता साफ है और वो भी समर से शादी कर सकती है। वनराज पहुंचता है कि और नंदिनी की बाते सुनकर कहता है कि काव्या दिन प्रतिदन साइको होती जा रही है।
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वनराज का काव्या पर फूटा गुस्सावनराज काव्या को उसके परिवार और उससे दो दिन तक दूर रहने के लिए कहता है। वो कहता है कि उसने सभी को डिवोर्स डेट क्यों बताई। काव्या सोचती है कि उसने बहुत साल इंतजार किया है तो अब दो दिन और वेट कर सकती है। लेकिन तलाक के वक्त वनराज के साथ ही रहेगी ताकि कोई नया ड्रामा ना हो।
मामाजी अनुपमा और वनराज के डिवोर्स की बातकर दुखी हो जाते हैं। बापूजी कहते हैं कि रिश्ते हमे दुख और खुशी दोनों देते हैं। मामाजी फिर से मजाक करने लगते हैं। वनराज देखता है कि अनुपमा किचन में कुछ बना रही है और रेडियो पर तेरे बिना जिया जाए ना गाना चल रहा है। उसे पुराने दिन याद आ जाते हैं जब अनुपमा वनराज के लिए गाना गाती थी और वो उसकी तारीफ करता था। पाखी अपने माता-पिता की तस्वीर देखकर इमोशनल हो जाती है। वो किंजल से कुछ करने को कहती है ताकि उसके मम्मी-पापा का डिवोर्स रुक जाए। किंजल कहती है कि ये उसके मम्मी पापा की जिंदगी है उन्हें उनके तरह से जीने देना चाहिए।