सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधु और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवीन शर्मा ने बरोनी थाने पहुंच समझाइश की और ग्रामीणों को जाम करने से रोका। मृतक को जयपुर से लेकर आ रही एम्बुलेंस को पुलिस ने बरोनी में नहीं रूकने दिया और सीधे मृतक के गांव पराणा ले जाकर परिवार जनों सुपुर्द कर दिया।
read more: नाबालिग बेटी से दो साल तक बलात्कार करता रहा सौतेला बाप, पहले पिता की दुर्घटना में हो गई थी मौत ग्रामीणों की इच्छा के बावजूद पुलिस द्वारा एम्बुलेंस को बरोनी नहीं रोकने पर मृतक के पुत्र विनोद और भतीजे लोकेश ने पुलिस पर आरोपियों से मिलीभगत का आरोप लगा कर हाइवे पर ही लेट गए। इस पर एकत्र लोगों ने पुलिस के विरुद्ध नारे लगाना शुरू कर दिया।
मृतक के पुत्र और भतीजा वापस शव को हाइवे पर लाने की जिद्द करते रहे, लेकिन पुलिस ने उनकी एक भी सुनी। लगातार गर्म सडक़ लेट रहने से विनोद और भतीजे लोकेश की तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें तत्काल पुलिस की गाड़ी से राजकीय सामुदायिक चिकित्सालय लेकर आए। जहां चिकित्सकों ने उपचार किया।
read more:घर में कीमती सामान नहीं मिला तो बौखलाए चोरों ने युवक को सरियों से पीटा, दूसरे घर में 5 लोगों को कमरे में बंद कर पत्थर फेंके शव के पराणा पहुंचने पर हुआ हंगामाइसके बाद सभी ग्रामीण बरोनी से गांव पराणा पहुंच गए और एक राय होकर लाश को पुन: ट्रैक्टर में रखकर हाइवे पर लगाने का निर्णय ले लिया। और बरोनी थाने से पराणा पहुंच शव को हाइवे जाम करने के लिए ट्रैक्टर में रख दिया।
इधर, ग्रामीणों के साथ गांव पहुंची पुलिस ने ट्रैक्टर को रोकने का प्रयास किया। पुलिस के ट्रैक्टर के आगे खड़े होने पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए। इस दौरान पुलिस कर्मियों व ग्रामीणों में धक्का मुक्की शुरू हो गई।
पुलिसकर्मियों से छीने डंडे
मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों से झड़प करते ट्रैक्टर को थोड़ा आगे बढ़ाया, लेकिन पुलिस ने ग्रामीणों को समझाते हुए ट्रैक्टर को रोकने का प्रयास किया तो भीड़ में से किसी ने पत्थर फेका जो बरोनी एसएचओ रामकृष्ण जाट के आकर लगा और मौके पर वीडियो बना रहे एक पुलिसकर्मी का मोबाइल भी टूट गया। महिलाओं ने पुलिस से डंडे छीन लिए। माहौल गर्माने पर बरोनी थाने से एएसपी विपिन शर्मा मौके पर पहुंचे और आक्रोशित ग्रामीणों को समझाया।
read more:गरीबों के हिस्से बजरी बंद का दर्द, सरकार के राजस्व पर नहीं आया कोई अंतर काम आई एसपी की समझाइश ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधु को गांव पराणा बुलाने की मांग की। इस पर एसपी पराणा पहुंचे और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ग्रामीणों व मृतक के परिवारजनों से चर्चा कर उन्हें समझाया।
करीब एक घंटे चली वार्ता में यह निर्णय हुआ कि 12 घंटे के भीतर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस सभी शांत हुए। इसके बाद पुलिस अधीक्षक मृतक के घर पहुंचे और उसके परिवारजनों को सांत्वना दी और सभी दोषियों को गिरफ्तार का पूर्ण आश्वासन दिया। तब जाकर ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार के तैयार हो गए।