उनियारा के पास जब उसने गाड़ी में से नीचे उतर कर कट्टों को संभालने की कोशिश की तो उसे वहां कम मिले उसके कट्टे कम होने की बात पर सामने खड़े एफएसटी दल के सदस्यों से उसने इस बात का हवाला दिया तो तब एफएसटी दल की टीम के कार्मिक घटना स्थल पर पहुंचे जहां लोग बोलेरो एवं मोटरसाइकिल पर सरसों के कट्टे रखकर भाग रहे थे।
पीछा करने पर वह ठीकरिया बांध की पाल के ऊपर होकर वे अनजान रास्ते पर निकल गए, जिससे वह हाथ नहीं आ सके। लेकिन एफएसटी दल के अधिकारियों ने गाड़ी नंबर नोट कर लिए, जो पुलिस को अवगत करवा दिए हैं। जानकारी के अनुसार मिनी ट्रक का ड्राइवर हरेंद्र ङ्क्षसह पुत्र शंकर ङ्क्षसह निवासी (रकसपुरा) इंदरगढ़ से अपनी गाड़ी आरजे 23 जीबी 0149 में 302 सरसों के कट्टे भरकर निवाई के लिए निकला था लेकिन उसे ठीकरिया बांध के पास कुछ अनजान व्यक्ति खड़े हुए मिले उन्होंने उसको रोकने की कोशिश की तब उसने वहां रुकना उचित नहीं समझा लेकिन कुछ लोग गाड़ी के ऊपर चढकऱ सरसों के कट्टे नीचे फेंकने लगे तो उसने गाड़ी तेज भगा ली।
एफएसटी टीम मौके पर पहुंची ड्राइवर इसके बाद उनियारा पहुंचा तब उसे वहां एफएसटी टीम मौके पर खड़ी हुई मिली उन्होंने उसने यह जानकारी उन्हें दी। एफएसटी टीम के अधिकारी सेठिया लाल मीणा एवं कार्मिक जितेंद्र ङ्क्षसह एवं अन्य पुलिसकर्मियों ने गाड़ी से उस जगह गए तब उनको ठीकरिया गांव के पास कुछ लोग बोलेरो एवं मोटरसाइकिल पर सरसों के कट्टे रखकर ले जाते हुए मिले तथा सरसों बिखरी मिली। लोगों का पीछा करने पर वह ठिकरिया बांध की पाल के ऊपर होकर भाग निकले। सुनसान एवं अनजान रास्ता होने के कारण एफएसटी टीम तथा पुलिस कार्मिक ज्यादा पीछा नहीं कर पाए। घटना को लेकर ड्राइवर हरेंद्र ङ्क्षसह ने उनियारा पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया है।
कई बार हो चुके हैं ऐसे हादसे उनियारा इंदरगढ़ मार्ग पर कई बार ट्रक ड्राइवर के साथ इस तरह की घटनाएं तथा चलती गाड़ी को रुकवाकर इस तरह की घटना को अंजाम देना जैसी वारदात कई बार हो चुकी है। घटना के खुलासा नहीं होने पर अपराधियों के हौसले बुलंद है। पुलिस भी सिर्फ फौरी कार्रवाई करके रह जाती है।