सरकार को राजस्व का फायदा
कृषि मंडी में किसानों की आवाजाही तथा वाहनों से मेले जैसा माहौल बना हुआ है। कृषि मंडी के व्यापारी और आढतिये बाजरे की बोली लगते ही तुरंत तुलाई करवाकर किसानों को जिंसों का भुगतान कर रहे है। कृषि मंडी सचिव डॉ.कमल किशोर सोनी ने बताया कि बाजरे की आवक से मंडी टैक्स में इजाफा हो रहा है और राज्य सरकार को राजस्व मिल रहा है। उन्होंने बताया कि बाजरा बौंली, भाडौती, मित्रपुरा, लावा, पीपलू, झिराना, बगडी, सोहेला, मोटूका, दत्तवास, करेडा बुजुर्ग, चनानी, राहोली, कौथून, भुरटिया सहित विभिन्न गांवों से लगातार कृषि मंडी में बाजरे की आवक हो रही है।1400 कट्टों में भरी 42 लाख की सरसों चुरा ले गए चोर, व्यापारी ने अनशन की दे डाली चेतावनी
लगातार बढ़ रही मांग
मंडी व्यापारी व ग्रेडिंग प्लांट मालिक मुकेश टोडवाल ने बताया कि कृषि मंडी से बाजरा खरीदकर उसकी ग्रेडिंग करवाई जाती है और ग्रेडिंग के अनुरूप 50 किलो भरती के कट्टों की पैकिंग करवाकर गुजरात में बाजरा बेचा जा रहा है। गुजरात में ग्रेडिंग का बाजरा बिकता है। हरियाणा और पंजाब में बिना ग्रेडिंग का बाजारा बिकता है। गुजरात, पंजाब और हरियाणा राज्य से बाजरे की बहुत मांग है लेकिन कृषि मंडी बाजरे की इतनी आवक नहीं है।