उल्लेखनीय है कि दो वर्ष पहले टोडारायसिंह में राजकीय महाविद्यालय की स्वीकृति के बाद भवन के अभाव में कस्बे स्थित राउमावि में संचालन शुरू किया गया था, जिसके प्रारम्भिक सत्र में गणित व जीव विज्ञान संकाय तथा इसी शैक्षणिक सत्र से कला संकाय की स्वीकृति जारी की गई थी।
read more: आंकड़े खोल रहे पोल, बजरी माफिया के आगे पांच विभागों की टीम भी हो रही बेअसर दो कमरों में आरभिक सत्र की शुरुआत करने वाले राजकीय महाविद्यालय में तीन संकायों का संचालन होने के बाद वर्तमान में करीब 600 विद्यार्थी है। हालात यह है कि एक कमरे में महाविद्यालय प्रशासनिक गतिविधियां तथा दो अतिरिक्त कमरो में कॉलेज के विद्यार्थियों को पढ़ाना मुश्किल होने से विद्यार्थियों की बार- बार मांग के बाद गत माह कॉलेज को रतवाई तिराहे पर निर्मित नए भवन में स्थानांतरित कर दिया गया
लेकिन एक माह गुजरने के बावजूद भवन की अधुरी चारदीवारी का निर्माण, बिजली कनेक्शन, पंखे व फर्नीचर की सुविधा उपलब्ध कराना तो दूर कला संकाय के संस्कृत, भूगोल व हिन्दी साहित्य के व्याख्याता रिक्त पदों को भी नहीं भरा गया। जबकि पूर्व में कही बार विद्याॢथयों ने जाम, तालेबंदी व ज्ञापन सौंपकर प्रशासन व राज्य सरकार को चेताया था।
read more:पाकिस्तानी सेना के चंगुल से भागी यह महिला, अब अमरीका जाकर किया बड़ा खुलासा इसके विरोध में गुरुवार सुबह छात्रसंघ अध्यक्ष रामराज सैनी, उपाध्यक्ष मनोज सैनी, महासचिव नेहाकंवर, संयुक्त सचिव आशाराम धाकड़ की अगुवाई में विद्यार्थियों ने कॉलेज के तालेबंदी कर विरोध प्रदर्शन किया। तालेबंदी के बीच भीतर कॉलेज में ही बंधक बने कॉलेज प्रशासन ने समझाइश की।
प्राचार्य अमिता अग्रवाल ने बताया कि पूर्व में भी महाविद्यालय प्रशासन के उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया है। पानी की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। शेष समस्याओं का शीघ्र निस्तारण कराया जाएगा। इधर, आश्वासन के बाद विद्यार्थी केकड़ी मार्ग स्थित उपखण्ड कार्यालय पहुंचे।
जहां पर कला वर्ग में रिक्त संस्कृत, भूगोल व हिन्दी साहित्य के व्या?याता पदों पर नियुक्ति, फर्नीचर, पंखे व बिजली की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग को लेकर उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान दिनेश सैनी, धनराज धाकड़, विष्णुसैनी, सीमा सैनी, राकेश, मेनका, सौरभ जैन, मोहन गुर्जर, सेवाराम सैनी समेत अन्य विद्यार्थी मौजूद थे।