सांसद बोले- संगठन से मांगे जवाब
इसके बाद सांसद हरीश मीणा ने खुद पर लग रहे टिकट बेचने के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि राजनीति में आरोप और प्रत्यारोप लगते रहते हैं। उनसे जब एक पत्रकार द्वारा सवाल किया गया कि कांग्रेस के बागी नेता नरेश मीणा ने आप पर 8 करोड़ में टिकट बेचने का आरोप लगाया है तो उन्होंने जवाब दिया कि मैं किसी के बारे में कुछ नहीं कहना चाहता। लेकिन, अगर ऐसा कुछ है, तो इसके लिए संगठन से जवाब मांगा जाना चाहिए। हरीश मीणा ने आगे कहा कि टिकटों का बंटवारा पार्टी संगठन के जरिए किया जाता है, और इसमें सांसद की कोई विशेष भूमिका नहीं होती है। मेरी राय जरूर ली गई थी, लेकिन टिकट का निर्णय संगठन और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के स्तर पर होता है।
जनता समझदार है- हरीश मीणा
उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी में टिकट की प्रक्रिया एक समान होती है। कई लोग टिकट के लिए आवेदन करते हैं, लेकिन एक ही उम्मीदवार का चयन होता है। जहां विरोध की बात आती है, तो हम इसे मैनेज कर लेंगे। अगर कोई नुकसान होता है, तो उस पर ध्यान देंगे, लेकिन अभी स्थिति नियंत्रण में है। हरीश मीणा ने कहा कि जनता समझदार है और उम्मीदवार की जाति या धर्म से अधिक, उसकी योग्यता और सरल स्वभाव को प्राथमिकता देगी। हम चाहते हैं कि जो भी उम्मीदवार जनता के बीच आए, उसे उनका आशीर्वाद प्राप्त हो।
उल्लेखनीय है कि नरेश मीणा ने सांसद हरीश मीणा पर 8 करोड़ रुपये में पार्टी का टिकट बेचने के आरोप लगाए थे। उनका यह बयान खूब वायरल हो रहा था, जिस पर अब सांसद ने जवाब दिया है। इस बयान के बाद नरेश मीणा ने देवली-उनियार सीट से पर्चा भरकर कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
7 सीटों पर हो रहे उपचुनाव
गौरतलब है कि 13 नवंबर को राजस्थान की 7 सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है। प्रदेश की रामगढ़ (अलवर), दौसा, झुंझुनूं और देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी और सलूंबर सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है। 2023 के विधानसभा चुनाव के परिणामों में इनमें से भाजपा के पास केवल 1 सीट थी, वहीं कांग्रेस के पास 4 सीटें थी। इसके अलावा एक सीट बाप और एक सीट RLP के पास थी।
बताते चलें कि राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है। प्रत्याशी 30 अक्टूबर तक नामांकन वापस ले सकते हैं। जबकि 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, इसके बाद 23 नवंबर को रिजल्ट की घोषणा होगी।