खुशीराम चौधरी ने दिसंबर 2021 में श्रीनगर में ऑपरेशन पंताचोक में रहते हुए कुख्यात जश-ए-मोहम्मद के 3 आतंकवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया था। इनमें से कुख्यात दो आतंकी पाकिस्तानी और एक स्थानीय निवासी था।
पाकिस्तानी रज्जाक भाई उर्फ अब्दुल राशिद गाजी ए-श्रेणी का आतंकी था। उसका साथी अब्दुल लखामन उर्फ हजमा एवं स्थानीय सोइल अहमद राठर को बहादुरी के साथ मार गिराया था। इस खतरनाक ऑपरेशन में बहादुरी से आतंकियों से लोहा लेने के लिए राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार से नवाजा गया है।
2014 में मिली थी पहली पोस्टिंग
खुशीराम चौधरी को दिसम्बर 2014 में पहली पोस्टिंग श्रीनगर में मिली थी। इस दौरान उनके उत्तकृष्ट सेवा कार्य व साहस को देखते हुए 28 बटालियन विशेष ऑपरेशन वेलीक्विट में शामिल कर दिया था। मां भारती की रक्षा के लिए जान की परवाह किए बगैर विभन्न तरह ऑपरेशन में भाग लेते हुए खतरनाक आंतकवादियों के साथ कई मुठभेड़ हुई। इसमें 50 से अधिक आंकवादियों को मार गिराया। खुशी राम चौधरी अपनी बटालियन के हीरो माने जाते हैं।
नक्सलियों का इलाका है बीजापुर
वर्तमान में छतीसगढ़ के बीजापुर क्षेत्र में नक्सलवाद से प्रभावित इलाकों में तैनात हैं। कुछ समय पहले इन्होंने जान को जोखिम में डालकर नक्सलियों को सरेंडर करने पर मजबूर कर दिया था।