राजस्थान पत्रिका के गत 22 जुलाई के अंक में ‘माता-पिता निर्दयी, प्रशासन ने भी दिखाई बेरुखी’ शीर्षक से प्रकाशित समाचार के बाद 11 साल के मासूम को सहारा देने के लिए मदर लैण्ड एज्युकेशन ने बीड़ा उठाया है। इसके लिए मंगलवार को मदर लैण्ड के निदेशक कमलेश सिंगोदिया बाल कल्याण समिति पहुंचे।
read morwe: राजस्थान में जल्द मूसलाधार बारिश के संकेत, पूर्व-मध्य इलाकों की ओर बढ़ रहा मानसून, यहां शुरू होगा झमाझम का दौर उन्होंने बाल कल्याण समिति सदस्य जगदम्बा प्रसाद शर्मा तथा एडवोकेट अजय जोशी से मुलाकात कर मासूम की देखरेख तथा उच्च शिक्षा तक की जिम्मेदारी लेने को कहा है। इसके बाद बाल कल्याण समिति ने तय किया कि वे मासूम के परिजनों को बुलाकर उसको बुधवार को मदरलैण्ड एज्युकेशन को दे देंगे।
सभी सुविधा मिलेगी
मदरलैण्ड एज्युकेशन मासूम को अपने छात्रावास में रखेगी। जहां रहना, खाना समेत सभी प्रकार की सुविधा दी जाएगी। साथ ही कमलेश सिंगोदिया ने कहा कि वे मासूम को उच्च शिक्षा दिलवाएंगे। मासूम उच्च शिक्षा के जिस क्षेत्र में जाना चाहगा, वो क्षेत्र उसे उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें तकनीकी समेत एमबीबीएस भी शामिल है।
read more:MLA भरत सिंह बोले, ‘संसद तक में क्रिमिनल बैकग्राउंड के लोग, तो कैसे रुके पुलिस में सियासी दखल?’ गौरतलब है कि मासूम की मां का तीन साल पहले उसके पिता से तलाक हो गया था। ऐसे में वह पिता के पास ही रहता था। इसके बाद मासूम के पिता उसे बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर गए थे। करीब एक महीने पहले पिता अपने पुत्र मासूम को वापस घर ले गए, लेकिन वहां ताई ने मासूम के साथ मारपीट शुरू कर दी।
read more:अतिक्रमण: एसडीएम के आदेश की भी परवाह नही बेशकीमती भूखण्डों पर हो रहा है अतिक्रमण गत शनिवार को भी ताई ने उसके साथ मारपीट की। इससे तंग आकर मासूम शनिवार सुबह बाल कल्याण समिति पहुंच गया। जहां राजकीय सम्प्रेक्षण गृह के अधीक्षक ने उसे अंदर प्रवेश नहीं दिया। ऐसे में मासूम बाहर सडक़ पर ही बैठा रहा। सडक़ किनारे थड़ी-ठेला लगाने वालों ने मासूम को भोजन कराया और रात 7 बजे तक दिलासा दिया।
उच्चाधिकारियों तथा बाल कल्याण समिति सदस्यों तक पहुंची शिकायत के बाद मासूम को शनिवार रात 8 बजे बाल सम्प्रेक्षण गृह में प्रवेश दिया। इसके बाद भामाशाह कमलेश सिंगोदिया ने उसकी देखरेख का जिम्मा लिया है।