विशाल भव्य यात्रा में आगे एक हाथी, 11 घोड़ी, तीन रथ एक साथ चल रहे थे। कस्बेवासियों व तहसील क्षेत्र के श्याम भक्त जनों ने विशाल कलश यात्रा का जगह-जगह रंगोलियां सजाकर व पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। यात्रा में सैकड़ों लोग नाचते गाते हुए चल रहे थे। यात्रा नगरफोर्ट बड़े बस स्टैंड, मैन बाजार, कचहरी चौक, हथाई मोहल्ला, मिलन चौराहा, हायर सेकेंडरी चौराया, पंचकुइयां चौराहा, राजामुचकंदेशवर महाराज होते हुए श्याम बाबा मंदिर परिसर पहुंची।
इस अवसर पर श्याम परिवार अध्यक्ष सुरेंद्र सुवालका, उपाध्यक्ष कमलेश गौतम, सचिव हेमराज धाभाई, पारस गर्ग, जगदीश साहू, संरक्षक श्री श्याम सखा संस्थान खाटू राजू खंडेलवाल निवाई, अश्वनी सुवालका,परमानंद मिश्रा, विनोद बिहारी देई, विजय चतुर्वेदी कोटा, शैलेंद्र टोंक, ललित नैनवा, मुकेश बंसल, रघुवेंद्र ङ्क्षसह,संजय सोनी, परमानंद मिश्रा सहित श्याम परिवार के सैकड़ों लोग उपस्थित थे। कलश यात्रा के बाद श्री श्याम बाबा मंदिर परिसर में विधि-विधान पूर्वक ध्वज निशान पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
‘ङ्क्षसह विराजित है अंबे महारानी…’ निवाई शहर के कंकाली माता मंदिर में पौष शुक्ल अष्ठमी पर गुरुवार को पौषबडा महोत्सव व संकीर्तन कार्यक्रम का आयोजन किया। मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष शंकरलाल सोनी ने बताया कि अष्ठमी पर्व के चलते गुरुवार की सुबह पुजारी नारायण दास ने मां कंकाली का पंचामृत से मंत्रोच्चार के साथ महाभिषेक किया गया। श्रृंगार कर आकर्षक झांकी सजाई गई। दोपहर में अम्बिका महिला मंडल के तत्वावधान में संकीर्तन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संकीर्तन में महिला गायकों प्रेम बोलो जय माता दी, गाते जाओ जय माता दी.., ङ्क्षसह विराजित है अंबे महारानी, दु:ख हरनी सुख करनी दुर्गा रानी.., कंकाली के दर्शन से पार लगी भव सागर से.., मां की महिमा है निराली, भक्तों के संकट हरने वाली.. आदि भजन प्रस्तुत किए। पुजारी द्वारा कंकाली माताजी के दाल के बड़ो, हलवे, खीर, मालपुए, बर्फी आदि व्यंजनों का भोग लगाकर मातारानी की महाआरती की गई।