इससे पहले राज्यपाल प्रात: 12:10 बजे पारम्परिक स्वागत विद्यापीठ की अध्यक्ष, प्रो. चित्रा पुरोहित, उपाध्यक्ष प्रो. सिद्धार्थ शास्त्री, कुलपति प्रो. आदित्य शास्त्री, सह-कुलपति प्रो. ईना शास्त्री, कोषाध्यक्ष, प्रो. सुधा शास्त्री, छात्राओं द्वारा किया गया।
इससे पहले वनस्थली विद्यापीठ के कुलपति, प्रो. आदित्य शास्त्री ने विद्यापीठ का परिचय देते हुए कहा कि विद्यापीठ विशिष्ट शैक्षिक विचारधारा के साथ नर्सरी से शोध स्तर तक के विविध पाठ्यक्रमों के साथ छात्राओं का सर्वांगीण विकास कर मूल्य आधारित समाज का निर्माण करने की प्रयास कर रही है।
राज्यपाल ने वनस्थली की मूल प्रेरणा शक्ति स्थल ‘श्री शांताबाई शिक्षा कुटीर’ का अवलोकन किया। कुलपति, प्रो.आदित्य शास्त्री द्वारा मुख्य अतिथि को इस स्थान की महत्ता से अवगत कराया गया। इसके बाद वीरबाला मैदान में घुड़सवारी एवं मारूत मैदान में फ्लाइंग क्लब की गतिविधियों देखी।
साभर झील में पक्षियों की निरंतर हो रही मौत के सवाल पर राज्यपाल मिश्र ने कहा कि मामले को लेकर राज्य व केन्द्र सरकार गंभीर है। डीआरडीओ से इसका विश्लेषण कर रहा है। कोयम्बटूर की पक्षी लैब के विशेषज्ञ व बरेली के विशेषज्ञ भी बुलाए गए है। सभी पक्षियों के मरने के कारणों को खोज रहे है। सक्रियता के साथ इसका समाधान किए जाने का प्रयास किया जा रहा है।
इस समय व्यावसायिक शिक्षा बहुत जरूरी है। इसको कक्षा दस के बाद से शुरू कर दिया जाना चाहिए। आगे चल लोग व्यावसायिकता के आधार पर ही आगे बढ़ेंगे। व्यावसायिक जानकारी के आधार पर स्वयं कुछ कर सकते है। इस प्रकार की शिक्षा सर्वत्र देने की जरूरत है। पिछले दिनों कुलपतियों को भी स्मार्ट युनिवर्सिटी बनाने को कहा गया है। इसमें व्यावसायिक शिक्षा सहित सभी जरूरतें आ जाती है।
समारोह में संभागीय आयुक्त एलएन मीणा, आईजी अजमेर संजीव निर्जरी, जिला कलक्टर केके शर्मा, पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू, निवाई-पीपलू उपखण्ड अधिकारी सहित जिला स्तर के अधिकारी मौजूद रहे।