शाम करीब पांच बजे महानिदेशक भरतपुर हाउस पहुंचे। जहां बल के डीआईजी सरोजकान्त मल्लिक सहित अधिकारियों ने उनकी अगवानी की। यहां जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद महानिदेशक आरटीसी के अजमेरी ग्राउण्ड में पहुंचे।
यहां महानिदेशक रंजन, अतिरिक्त महानिदेशक (हैडक्वार्टर)आलोक कुमार पतेरिया, महानिरीक्षक सुधांशु कुमार ने पंचतत्व टै्रक का उद्घाटन किया। अग्नि, जल, वायु, आकाश, जमीन से बने टै्रक का महानिदेशक समेत अधिकारियों ने स्वयं परीक्षण किया। साथ ही रिहबिलिटेसन केन्द्र का अवलोकन किया।
इस दौरान महानिदेशक ने वेदर चार्ट, रेसिसटेन्स टै्रक, ओपन जिम, बेल्ट रनिंग स्टैण्ड, ले आउट पोस्ट, सेंड मॉडल आदि का भ्रमण किया तथा यहां मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली।
इस बीच महानिदेशक ने प्रशिक्षण ले रहे सीआईएसएफ व राजस्थान पुलिस के जवानों से भोजन की गुणवत्ता के बारें में प्रश्न किया। इसके अलावा महानिदेशक ने बल की स्वर्ण जयंती के मौके पर अजमेरी ग्राउण्ड से १२० फीट ऊंचे बैलुन छोड़ा।
इसके अलावा बॉयोगैस प्लांट का उद्घाटन किया, जिससे कि स्वच्छ उर्जा के साथ जैविक खाद भी मिलेगा। इधर, महानिदेशक की पत्नी रंजीत रंजन ने गुलाब वाटिका व संरक्षिका का उद्घाटन किया ।
निरीक्षण के दौरान बल प्राचार्य व डीआईजी सरोजकान्त मल्लिक, कमाण्डेंट डॉ. भूपेन्द्र सिंह, सहायक कमाण्डेंंट अनिल कुमार सिंह, आर. एल. मीणा उपस्थित थे।
दीक्षान्त समारोह आज-
सीआईएसएफ आरटीसी परिसर में शुक्रवार सुबह उपनिरीक्षक बैच प्रथम का दीक्षान्त समारोह आयोजित होगा। बल प्राचार्य सरोजकान्त मल्लिक ने बताया कि इसमें मुख्य अतिथि बल महानिदेशक राजेश रंजन होंगे, जो परेड की सलामी लेंगे।
इस मौके पर मुख्य प्रशिक्षार्थियों का शपथ ग्रहण, पुरस्कार वितरण, बैण्ड वादन व विभिन्न साहसिक करतबों का प्रदर्शन किया जाएगा। गौरतलब है कि ५२ सप्ताह के कड़े प्रशिक्षण के बाद ४५० उपनिरीक्षक पासआउट होंगे।