read more:कांग्रेस सात फीसदी वोट बढ़े तो 419 पार्षद बन गए, भाजपा आठ प्रतिशत मत गिरे तो 195 वार्ड खिसक गए गौरलतब है कि गत 19 नवम्बर को हुई नगर परिषद की मतगणना में कांग्रेस को 27, भाजपा को 23 तथा 10 निर्दलीय जीते थे। जबकि नगर परिषद के 60 वार्ड हैं। ऐसे में सभापति बनने के लिए 31 मतों की आवश्यकता है। ऐसे में कांग्रेस को तो महज 4 मत निर्दलीय चाहिए, लेकिन भाजपा को 8 निर्दलीयों की आवश्यकता होगी।
वहीं वर्ष 2014 में कांग्रेस को 22, भाजपा को 18 तथा निर्दलीय के रूप में 5 पार्षद चुने गए थे। जबकि उस समय सभापति चुनने के लिए 45 में से 23 मतों की आवश्यकता थी। इसके बाद हुई सभापति के मतदान में कांग्रेस दो वोट भी नहीं जुटा पाई और भाजपा को 25 तथा कांग्रेस को 19 मत ही मिले थे। ऐसे में कांग्रेस पार्षदों ने भी भाजपा में क्रास वोटिंग की थी। गौरलतब है कि इस बार नगर परिषद के 60 वार्डों के लिए चुनाव हुआ है।
read more:युवक ने अस्पताल में जमकर मचाया हुडदंग, रोकने पर लोहे की पत्ती से हमला कर चार लोगों को किया घायल बाड़ाबंदी में है निर्वाचित पार्षदगत 16 नवम्बर को हुए मतदान के बाद से ही दोनों ही दलों के प्रत्याशी तथा सम्भावित जीतने वाले निर्दलीयों की बाड़ाबंदी कर ली गई। हालांकि गत 19 नवम्बर को हुई मतगणना के बाद हारने वालों को वापस भेज दिया गया, लेकिन अभी भी जीते हुए पार्षद दोनों दलों की बाड़ाबंदी में है। हालांकि कई पार्षद दलों के साथ रिटर्निंग अधिकारी से शपथ लेने के लिए आ रहे हैं। शुक्रवार को भी कई जनों ने शपथ ली है। गत चुनाव के दौरान हुई गलतियों के चलते पदाधिकारियों की ओर से उन्हें पाबंद किया जा रहा है।
read more:वनस्थली विद्यापीठ में प्रतिभाएं देख अभिभूत हुए राज्यपाल कलराज मिश्र, विद्यापीठ को बताया भारतीय संस्कृति का जीवंत स्वरूप अग्निशमन केन्द्र में होगा मतदाननगर परिषद चुनाव में सभापति के लिए मतदान 26 नवम्बर को अग्निशमन केन्द्र स्थित सभागार में होगा। सभापति के लिए लोकसूचना गत 20 नवम्बर को जारी की जा चुकी है। इसके बाद गुरुवार को कांग्रेस से अली अहमद तथा भाजपा से लक्ष्मी जैन ने नामांकन पेश किया है।
नामांकन पत्रों की नाम वापसी शनिवार को होगी। इसी दिन चुनाव चिह्न आवंटित किए जाएंगे। सभापति के लिए मतदान 26 नवम्बर सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक होगा। इसके तुरंत बाद से ही मतगणना शुरू हो जाएगी। इसी प्रकार उपसभापति के लिए निर्वाचन 27 नवम्बर को होगा।