देवली के तहसीलदार वीरेंद्र सिंह शक्तावत का कहना है कि काफी समय से हवाई अड्डे के लिए सामान्य प्रशासन विभाग जयपुर के नाम जमीन दर्ज है। इसके साथ ही शिक्षण प्रशिक्षण अनुसंधान के लिए भी 64 बीघा जमीन दी गई है। ऐसे में जब भी सरकार को जरूरत महसूस होगा, इन जमीन का इस्तेमाल किया जा सकता है।
आपको बता दें कि देवली उपखंड क्षेत्र में बहुउद्देशीय
बीसलपुर बांध परियोजना और शहर में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल प्रशिक्षण केंद्र बने हुए हैं। चार जिलों की सीमाओं का केंद्र बिंदु देवली उपखंड मुख्यालय है, लेकिन यहां पर सीधी रेल सेवा उपलब्ध नहीं है।
हालांकि परिवहन सेवाएं यहां से जयपुर, कोटा, अजमेर, भीलवाड़ा किसी भी मार्ग के लिए मिल जाएगी, लेकिन हवाई सफर के लिए हवाई अड्डा फिलहाल समीपस्थ जयपुर में है। इसके अलावा राज्य की राजधानी जयपुर व अजमेर व टोंक जिले की पेयजल सप्लाई का मुख्य स्रोत बीसलपुर बांध परियोजना उपखंड क्षेत्र की पहचान है।