केरल के अल्लपुझा जिले के जिलाधिकारी वी आर कृष्णा तेजा ने सोशल मीडिया पर इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एक मुस्लिम लड़की उनसे मिलने आई ताकि वह उनसे मदद मांग सके। लड़की ने बारहवीं की परीक्षा में 92 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। हालांकि खराब परिस्थतियों के कारण वह आगे की पढ़ाई जारी नहीं कर पाई। उनके पिता का भी कोरोना से निधन हो गया।
जिलाधिकारी ने आगे लिखा,’मुझे लड़की की आंखों में आशा और आत्मविश्वास नजर आया। इसके चलते हमने तय किया कि उसे सहायता मिलनी चाहिए। लड़की को नर्स बनना था। इसके बाद अधिकारियों ने कई कॉलेज में बात की और उसका एडमिशन एक निजी कॉलेज में करवा दिया। आगे की समस्या पैसों की थी। इसके चलते हमने अल्लू अर्जुन से मदद लेने की ठानी। अल्लू भी इसके लिए तैयार हो गए। वह कॉलेज फीस के अलावा हॉस्टल फीस भी देंगे।’