scriptदवाब और धमकाकर सीएम हेल्पलाइन शिकायतों का निराकरण कर रहे जिम्मेदार | Patrika News
टीकमगढ़

दवाब और धमकाकर सीएम हेल्पलाइन शिकायतों का निराकरण कर रहे जिम्मेदार

सीएम हेल्प लाइन शिकायत।

टीकमगढ़Oct 21, 2024 / 11:01 am

akhilesh lodhi

सीएम हेल्प लाइन शिकायत।

सीएम हेल्प लाइन शिकायत।

राजस्व, महिला बाल विकास, लाडली बहना, खाद्य और जिला अस्पताल की बड़ी शिकायतें

टीकमगढ़. आमजनों को विभिन्न विभागों के चक्कर नहीं लगाने पड़े, उसके लिए सीएम हेल्पलाइन योजना का शुभारंभ किया, लेकिन उसमें भी आमजनों की शिकायतों का निराकरण नहीं हो पा रहा है। पुलिस धमकाती है और पंचायत के साथ अन्य विभाग के अधिकारी योजनाओं से वंचित करने का प्रस्ताव बनाती है। इस प्रकार से जिम्मेदार शिकायतों को बंद करा रहे है। १९ अक्टूबर तक जिले में १०६ विभागों की शिकायतों का आंकड़ा १५१९७ तक पहुंच गया है और शिकायतों के निराकरण की वाहवाही लूटने के लिए बी ग्रेड मिला है।
ग्रामीण और शहरी आमजनों की समस्याओं का निराकरण कराने का एक मात्र साधन आमजनों को सीएम हेल्पलाइन योजना का नंबर है। जिसमें शिकायती मूल समस्याओं का वर्णन कर देता है। लेकिन उनकी शिकायतों को निराकरण तक पहुंचाने में एल वन, एल टू, एल थ्री और एल फोर के अधिकारी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे है। जिसके कारण जिम्मेदार शिकायती को खेत, गांव, मोहल्ला, बाजार और कार्यालय बुलाकर धमका रहे है। इसके साथ ही जबरदस्ती सीएम हेल्पलाइन की शिकायत कटवा रहे है। इससे कर्मचारी, अधिकारी विभागीय अधिकारी और जिले प्रमुख अधिकारी के सामने वाह वाही लूट रहे है।
इन विभागों की सबसे अधिक शिकायतें
इन दिनों सबसे अधिक आमजन २४ विभागों से परेशान है। जिसमें सबसे पहले राजस्व विभाग,राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, महिला एवं बाल विकास, मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना ग्रामीण,खाद्य आपूर्ति विभाग, जिला अस्पताल, परिवहन विभाग, बिजली विभाग, पुलिस विभाग, सामान्य प्रशासन विभाग, लोक शिक्षण विभाग, पंचायती राज, मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना महिला एवं बाल विकास विभाग, नगरपालिका, नगरपरिषद और नगर पंचायत, लोक स्वास्थ्य, मप्र असंगठित कर्मकार कल्याण मंडल संबल योजना, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, समग्र आईडी की गैर तकनीति समस्या ग्रामीण, जल संसाधन विभाग, मनरेगा सीमांकन, पशुपालन विभाग, संस्थागम विभाग और प्राकृतिक प्रकोप राहत की सबसे अधिक शिकायतें दर्ज है।
यह है शिकायतों की स्थिति
१०६ विभागों की शिकायतें १९ अक्टूबर तक १५ हजार १९७ है।। उसमें से १६९८ शिकायतें कम हो गई है। वहीं एल वन पर ४५७३, एल टू पर ११०८, एल थ्री पर ४७०० और एल फोर पर ३११० शिकायतों को दर्ज किया गया है। आमजनों की शिकायतें महीनों में एल वन से फोर तक घूम रही है। लेकिन समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। अधिकारियों से एक ही जबाव मिलता है, पहले शिकायत कटवाओं इसके बाद समस्या का निराकरण किया जाएगा।
केस एक
टीकमगढ़ जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत समर्रा निवासी राजेंद्र लोधी को वर्ष २०२२ में मुख्यमंत्री भू अधिकार पट्टा का प्रमाण पत्र दिया गया था। आवास निर्माण के लिए जमीन पर चूना चिन्ह लगाया गया था। लेकिन पटवारी, तहसीलदार और ग्राम पंचायत ने कब्जा नहीं दिया। सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की। जिसका शिकायत नंबर २६४३५५९९ यह मिला। लेकिन कार्रवाई नहीं की जा रही है।
केस दो
बल्देवगढ़ तहसील के हीरापुर खास में फर्जी तरीके से पट्टे बनाए जा रहे है। वर्ष १९८२-८३ की दायरा पंजी में नवयुवकों का नाम जोड़ा जा रहा है। उसके अनुसार व्यक्ति की उम्र ४२ वर्ष से अधिक होना चाहिए, लेकिन उसकी उम्र ३५ वर्ष के करीब है। जिसकी शिकायत शैलेंद्र सिंह यादव, रामकिशन यादव, प्रागीलाल, ब्रजकुमार अहिरवार, मानक लाल लोधी, मुकेश राय ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की। जिसका निराकरण नहीं किया गया है।
केस तीन
खरगापुर थाना क्षेत्र के फुटेर चक्र दो निवासी कमल सिंह यादव ने बताया कि २० जुलाई को चोर तीन भैंसे ले गए थे। खरगापुर थाना प्रभारी से लेकर एसडीओपी और एसपी को रिपोर्ट दर्ज कराने आवेदन दिए, लेकिन किसी ने समस्या नहीं सुनी। सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की। शिकायत नंबर २९११०६४१ नंबर मिला। रविवार को फिर से रिपोर्ट दर्ज कराने गया तो थाना प्रभारी ने मोबाइल छीन कर पहले शिकायत काटी फिर भगा दिया। लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं की।
फैक्ट फाइल
१५१९७ सीएम हेल्प लाइन की शिकायतें
एल वन एल टू एल थ्री एल फोर
४५७३ ११०८ ४७०० ३११०
विभाग कुल शिकायतें
राजस्व विभाग १७७०
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन १५०३
महिला एवं बाल विकास १२७०
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना ग्रामीण १२२४
खाद्य आपूर्ति विभाग १२३६
जिला अस्पताल ६५२
परिवहन विभाग ५४१
बिजली विभाग ६८९
पुलिस विभाग ४५९
सामान्य प्रशासन विभाग ४८०
लोक शिक्षण विभाग ४३१
पंचायती राज ४९९
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना महिला एवं बाल विकास विभाग ४५०
नगरपालिका, नगरपरिषद और नगर पंचायत ३८७
लोक स्वास्थ्य ५१२
इनका कहना
सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का निराकरण करने के लिए संबंधित विभाग की टीमें बनी है। समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है। अगर जबरदस्ती सीएम हेल्पलाइनों को बंद करवाया है तो संबंधित विभाग के अधिकारियों को उसकी जानकारी दी जाएगी। जांच करके कार्रवाई की जाएगी।
अमन गोयल जिला प्रभारी, सीएल हेल्पलाइन टीकमगढ़़।

Hindi News / Tikamgarh / दवाब और धमकाकर सीएम हेल्पलाइन शिकायतों का निराकरण कर रहे जिम्मेदार

ट्रेंडिंग वीडियो