महाविकास अघाड़ी को भेजा था मांगों का पत्र
इससे पहले महाविकास अघाड़ी को ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड ने 17 मांगों वाला पत्र भेजा था, जिसमें उन्होंने लिखा था कि अगर उनको चुनाव में समर्थन चाहिए तो इन मांगों को मानना पड़ेगा। अगर बोर्ड की मांगों की बात करे तो उनमें से प्रमुख मांग थी-वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक का विरोध करना, नौकरियों-शिक्षा में मुस्लिम को 10 प्रतिशत आरक्षण की मांग, 2012-24 के बीच दंगा फैलाने के आरोप में जेल में बंद निर्दोष मुस्लिमों की रिहाई, महाराष्ट्र के 48 जिलों में मस्जिद, दरगाह और कब्रिस्तान की जमीन का सर्वे कराएं, महाराष्ट्र के वक्फ मंडल के विकास के लिए 1 हजार करोड़ रुपये का फंड।
महाराष्ट्र में कितना अहम मुस्लिम फैक्टर?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा। महाराष्ट्र में मुस्लिम फैक्टर काफी अहम माना जाता है। क्योंकि कुछ सीटें ऐसी है जहां मुस्लिम आबादी दूसरे धर्म के लोगों से ज्यादा है। इसलिए सरकार बनाने में भी उनकी बड़ी भूमिका मानी जाती है। महाराष्ट्र में करीब 11 प्रतिशत मुस्लिम वोट है। इसके अलावा प्रदेश की करीब 120 विधानसभा सीट ऐसी है जहां पर मुस्लिम वोटर बड़ी भूमिका में नजर आता हैं। इनमें से 60 सीटें ऐसी हैं जहां पर करीब 15 प्रतिशत से अधिक मुसलमान वोटर हैं और 38 सीट पर 20 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम वोटर हैं। वहीं 9 विधानसभा सीटों पर 40 प्रतिशत से अधिक मुसलमान वोटर हैं।