नौ साल पहले नगर पालिका ने होर्डिंग का ठेका एक टीकमगढ़ की कंपनी को एक साल का ३ लाख ४५ हजार रुपए में दिया था। नपा ने होर्डिंग लगाने के लिए ३८ स्थान चयनित किए थे। सभी स्थान दस बाई बीस के थे। एक स्थान से एक महीने का किराया तीन हजार रुपए मिलना था। सभी का एक महीने में १ लाख १४ हजार रुपए, एक साल में १३ लाख ६८ हजार रुपए और जब से अब तक १ करोड २३ लाख १२ हजार रुपए का राजस्व कहां जा रहा है। शहर में होर्डिंग बनाने और लगाने वाले दुकानदार छह के करीब है। करोडों के राजस्व की चोरी का पता लगाने का प्रयास नपा द्वारा नहीं किया जा रहा है।
शहर से अन्य स्थानों पर जाने के लिए पांच सडक़ें है। कुण्डेश्वर, बानपुर, सागर, छतरपुर और झांसी सडक़है। नपा में २७ वार्ड है, जिनमें कई चौक और चौराहों के साथ विभिन्न गलियां और सामूहिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए मैदान है। जिसमें ढोंगा मैदान, नजरबाग मैदान, राजेंद्र पार्क मानस मंच और गंजी खाला। इसके साथ ही सभी सरकारी कार्यालय, रोड, डिवाइडर, बिजली पोल के साथ अन्य स्थानों पर होर्डिंग लदे दिखाई दे रहे है।
इससे नपा को मिलने वाले राजस्व का नुकसान हो रहा है। होर्डिंंग, कटआउट लगाने की राशि कहां जा रही है। इसकी जानकारी नहीं है। इसका ठेका होना जरूरी है। इस मामले में परिषद के पदाधिकारियों और अधिकारियों से चर्चा कर कार्रवाई की जाएगी।
अब्दुल गफ्फार, अध्यक्ष नगरपालिका टीकमगढ़।
ज्योति सुनहरे, सीएमओ नगरपालिका टीकमगढ़।
अभिषेक खरे, पार्षद नेता प्रतिपक्ष नगरपालिका टीकमगढ़।
पुष्पेंद्र जैन, टीकमगढ़।